सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कौशांबी की घटना का वीडियो शेयर करके यूपी सरकार को आवारा पशुओं को लेकर निशाना साधा है, देश में राजनीतिक चर्चा में आ चुकी है। इस वीडियो में सांडों की लड़ाई के चलते दो बाइक सवार सड़क पर गिर जाते हैं।
अखिलेश यादव ने योगी आदित्यनाथ पर बोला हमला: समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव आवारा जानवरों और सांडों के मुद्दे पर लगातार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की आलोचना करते रहे हैं. बुधवार को सपा मुखिया ने एक बार फिर कौशांबी की घटना का वीडियो शेयर कर यूपी सरकार पर तंज कसा. वीडियो में सड़क पर कुछ सांडों के बीच झड़प हो रही है, जिससे दो बाइक सवारों की टक्कर हो जाती है. वीडियो पर अखिलेश यादव ने तंज कसते हुए कैप्शन दिया, “बुल न्यूज।”
वीडियो में सड़क पर सांडों को आपस में लड़ते हुए दिखाया गया है और झड़प के दौरान वे अचानक सड़क के दूसरी ओर चले जाते हैं और विपरीत दिशा से आ रही बाइक से टकरा जाते हैं। टक्कर लगने से दोनों बाइक सवार सड़क पर गिर पड़े। सौभाग्य से, वे गंभीर रूप से घायल नहीं हुए और जल्दी ही अपने पैरों पर खड़े हो गए। पास से गुजर रहा ई-रिक्शा टक्कर से बाल-बाल बच गया। अखिलेश यादव ने इस घटना का इस्तेमाल एक बार फिर यूपी सरकार की आलोचना करने के लिए किया, आवारा जानवरों का मुद्दा उठाया और सरकार से सड़क सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक कदम उठाने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि यदि टक्कर बाइक की बजाय ई-रिक्शा से होती तो यात्रियों के लिए परिणाम और भी गंभीर हो सकता था।
अखिलेश यादव ने कसा तंज
अखिलेश यादव ने इस वीडियो को शेयर करके एक बार फिर से योगी सरकार पर तंज कसा है और कैप्शन में लिखा है “आज के सांड समाचार”. हालांकि, यह पहली बार नहीं है जब अखिलेश ने इस तरह आवारा पशुओं को लेकर योगी सरकार पर निशाना साधा है, उन्होंने अक्सर इस तरह की वीडियो शेयर करके सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं। तीन दिन पहले भी उन्होंने बलिया की एक घटना को शेयर करके योगी सरकार पर हमला किया था, जिसमें एक किसान सांड से बचने के लिए दो घंटे तक पेड़ पर चढ़ा रहा था। इसके बाद, सपा अध्यक्ष ने कहा कि अब यूपी में एक “सांड रक्षा पुलिस” भी बननी चाहिए।
आवारा पशु बने बड़ी समस्या
यूपी में आवारा पशु एक बड़ी समस्या बन गए हैं। इन पशुओं के कारण किसानों को फसलों में नुकसान होता है और इनके कारण आए दिन सड़क हादसे हो जाते हैं, जिससे लोगों की जान भी जा रही है। यह समस्या तो बहुत समय से चल रही है, लेकिन सरकार इसका ठीक से समाधान नहीं निकाल पा रही है। यूपी सरकार को इस समस्या का जल्द से जल्द समाधान करने की ज़रूरत है, ताकि लोगों की जान और माल की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।