जशपुर के बाजारों में सब्जियों के दाम अब करीब 50 रुपए तक गिर गए हैं. करेला 10 रुपये प्रति बंडल और भिंडी 15 से 20 रुपये प्रति किलोग्राम के हिसाब से उपलब्ध है. यहां सभी तरह की सब्जियों की कीमतों में कमी आई है.
जशपुर समाचार: एक महीने पहले टमाटर, जो 150 रुपए किलो में बिक रहा था, अब बाजार में 30 रुपए किलो में आसानी से उपलब्ध है। इसमें यह कमाल है कि स्थानीय स्तर पर आवक की शुरुआत से ही यह हुआ है। स्थानीय स्तर पर आवक बढ़ते ही, अन्य सब्जियों के मूल्य भी कम हो रहे हैं। आने वाले कुछ दिनों में और आवक बढ़ने की उम्मीद है, जिससे सब्जियों के मूल्यों में और भी गिरावट हो सकती है। इससे उपभोक्ता खुश हैं, लेकिन अन्य मसालों के मूल्य बढ़ने से गृहणियों में कुछ निराशा भी है।
पहले टमाटर के मूल्य बहुत ज्यादा थे, लेकिन अब स्थानीय आवक की शुरुआत हो चुकी है, जिसके परिणामस्वरूप उनकी मूल्यों में भी कमी हुई है। जशपुर जिले के स्थानीय बाजारों में अब टमाटर 30 रुपए किलो के दर पर मिल रहे हैं। शाम के आसपास, कुछ व्यापारी छांटकर 20 रुपए किलो पर भी टमाटर बेच रहे हैं, हालांकि स्थानीय आवक की शुरुआत होने के बावजूद बाहर से टमाटर आयात किया जा रहा है। स्थानीय आवक बढ़ने से विभिन्न प्रकार की सब्जियों के मूल्य भी कम हो रहे हैं।
कुछ दिनों में और गिरेगा भाव
कुछ दिनों पहले ही, टमाटर जैसी विभिन्न प्रकार की सब्जियों के मूल्य बढ़ रहे थे, लेकिन अब बरसात अंतिम चरण में है। इस प्रकार के समय में, स्थानीय स्तर पर भी विभिन्न प्रकार की सब्जियों की आवक बढ़ जाएगी। इसके परिणामस्वरूप, सब्जियों के मूल्यों में कमी आने लगी है। आने वाले समय में, जब स्थानीय स्तर से पर्याप्त मात्रा में सब्जियां बाजार में आने लगेंगी, तो मौजूदा मूल्य से और भी गिर सकता है। बरसात के बाद, ठंड के मौसम में विभिन्न प्रकार की सब्जियों की भरपूर मात्रा में आवक होती है, जिससे कि सस्ती सब्जियां बाजार में मिलती हैं।
प्याज का भाव मजबूती पर
एक ओर, विभिन्न प्रकार की हरी सब्जियों की आवक स्थानीय स्तर पर बढ़ रही है, जिसके परिणामस्वरूप दामों में कमी आ रही है। वही सभी घरों में प्रमुख रूप से उपयोग किया जाने वाला प्याज अभी भी मजबूती से उपलब्ध है। स्थानीय सब्जी बाजार में वर्तमान में प्याज 40 रुपए प्रति किलो की दर पर बिक रहा है, इसकी जानकारी के अनुसार। उसी तरह, जंगली मशरूम के मूल्य में मामूली कमी के बाद ज्यादातर उपभोक्ताओं को और सस्ते होने की आशा है। जशपुर जिले के कई क्षेत्रों से ग्रामीण व्यापारी जंगली मशरूम शहर के बाजार में बेचने के लिए लाते हैं।