जल संकट से प्रभावित होने वाली क्षेत्र की कॉलोनियों की महिलाओं ने जोधपुर-जयपुर हाईवे पर जाम लगा दिया है। इस समय एक आक्रोशित महिला ने पुलिस कॉलर तक पकड़ ली है।
राजस्थान समाचार: जोधपुर शहर में नहर बंद होने के कारण पानी की कमी के कारण कई इलाकों में जल संकट का सामना करना पड़ रहा है। रविवार (28 मई) को जोधपुर शहर के पास के कूखरिया गाँव की लगभग 70-80 महिलाएँ सुबह 11 बजे के आसपास जोधपुर-जयपुर राजमार्ग को अवरुद्ध करने के लिए एकत्रित हुईं। उन्होंने सड़क पर पत्थर रख दिए, जिससे ट्रैफिक जाम हो गया। ढोल-थाली बजाकर और पानी की मांग कर प्रशासन का ध्यान खींचने की कोशिश की।
करीब डेढ़ घंटे तक हाईवे जाम रहा। सड़क पर बैठी महिलाएं लगातार अधिकारियों को जगाने के लिए ”पानी हमारा अधिकार है” और ”प्रशासन शर्म करो” जैसे नारे लगाती रहीं. इस दौरान जाम लगने से कई वाहन चालकों को भी परेशानी का सामना करना पड़ा। हाईवे जाम की खबर जैसे ही बनाड़ थाना पहुंची, थाने से एक टीम मौके पर पहुंची और महिलाओं को हाईवे खाली करने के लिए मनाने लगी, लेकिन महिलाओं ने हाईवे से हटने से इनकार कर दिया.
महिलाओं की पुलिसकर्मियों से तीखी नोकझोंक
जब महिलाएं सड़क से हटाने की कोशिश करने वाली पुलिसकर्मियों के साथ तीखी बहस हो गई, तब एक महिला पुलिसकर्मी के साथ वार्ता करने वाली महिलाएं उलझ गईं। झगड़े के दौरान अशोभनीय शब्दों का प्रयोग होने लगा और सिविल वर्दी में महिला पुलिसकर्मी द्वारा उनकी बीचबचाव के दौरान झड़प हो गई। वहीं एक महिला वीडियो बनाकर पुलिसकर्मियों और महिलाओं के बीच की झगड़े को दर्ज कर लिया। महिलाएं का कहना था कि पानी की मांग करने वाली महिलाओं पर पुरुष पुलिसकर्मी कैसे लाठीचार्ज कर सकते हैं।
ये धरना देने वाली महिलाएं बताती हैं कि वे पिछले काफी समय से पानी की समस्या से निपट रही हैं। वे जिला कलेक्टर से लेकर जलदाय विभाग के अधिकारियों तक सभी को समस्या की गुहार लगा चुकी हैं। हर बार उन्हें आश्वासन मिलता है, लेकिन कोई स्थायी समाधान नहीं किया जाता है। क्षेत्र की महिलाएं कहती हैं कि कोई वैकल्पिक व्यवस्था न होने से महिलाओं का रोष बढ़ गया और वे सड़क पर उतर आईं।
चार लोग हुए गिरफ्तार
जोधपुर पुलिस कमिश्नरेट ईस्ट के बनाड़ पुलिस थाना अधिकारी सीताराम खोजा ने बताया कि आज सुबह 11:00 बजे करीब 70 से 80 महिलाएं और पुरुषों ने मिलकर पानी की समस्या को लेकर खोखरिया फाटक के पास जयपुर-जोधपुर मुख्य मार्ग को जाम कर दिया था। पुलिस ने समझाया कि उन्हें रास्ता खोलना चाहिए, और कुछ महिलाओं और पुरुषों ने सड़क से हट लिया। हालांकि, कुछ महिलाएं और व्यक्तियों ने अपनी उत्तेजना बढ़ाते हुए अन्यों को भड़काया। इसके साथ ही, कुछ लोग बदमाशी कर रहे थे और वे जोधपुर-जयपुर राष्ट्रीय मार्ग को चालू नहीं कर रहे थे। पुलिस टीम में महिलाएं भी शामिल थीं और महिलाओं को हटाकर रास्ता खोलवाया गया। इस दौरान, 2 महिलाएं और 2 पुरुष को गिरफ्तार किया गया।
नहर बंदी के चलते हो रही दिक्कत
पंजाब से इंदिरा गांधी नहर के माध्यम से जोधपुर शहर में पानी पहुंचता है। नहर की बंदी के दौरान 65 दिनों तक पानी की कटौती हो रही है, जिसका अंत 30 मई तक होने की उम्मीद है, और 7 से 8 जून तक पानी जोधपुर तक पहुंचने की संभावना है। यह नहर बंदी के कारण कई जिलों और कस्बों में पानी की कटौती भी चल रही है। जिला प्रशासन द्वारा पानी को फिजूल में बर्बाद न करने की अपील भी की गई है।
जोधपुर शहर के पास के क्षेत्रों में अवैध कॉलोनियां बढ़ रही हैं और इन कॉलोनियों में लोगों को मूलभूत सुविधाओं की कमी के कारण परेशानी झेलनी पड़ती है। इन कॉलोनियों में सड़क, पानी और बिजली समस्याएं विशेष रूप से होती हैं।