केंद्रीय राज्य मंत्री अश्विनी चौबे ने धीरेंद्र शास्त्री को तुच्छ और अवमानजनक समझते हुए कहा है कि जो उन्हें अपमानित करता है, वह उस व्यक्ति की तरह है जो चलते हुए हाथी पर भोंकता रहता है।
केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे: बिहार में बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री के संबंध में राजनीतिक विवाद बढ़ रहा है। जेडीयू और आरजेडी के नेताओं द्वारा धीरेंद्र शास्त्री पर निरंतर सवाल उठाए जा रहे हैं। इन सभी मामलों के बीच, केंद्रीय राज्य मंत्री अश्विनी चौबे ने धीरेंद्र शास्त्री के विरोध में उठाए जाने वाले नेताओं को निशाना बनाते हुए तेज बयान दिया है।
बिहार के बक्सर यात्रा के दौरान सांसद अश्विनी चौबे ने बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री के अपमान करने वाले लोगों को कुत्ते के समान बताया है। जब उन्हें धीरेंद्र शास्त्री के बारे में सवाल पूछा गया, तब उन्होंने कहा कि जो लोग बाबा का अपमान कर रहे हैं, वे सब कुत्ते के समान हैं।
‘हाथी चलता है तो कुत्ते भौंकते हैं…’
सांसद अश्विनी चौबे ने धीरेंद्र शास्त्री को हाथी कहकर बताया कि उनका अपमान करने वाले लोग कुत्ते के समान हैं जो हाथी के सामर्थ्य को भौंकते रहते हैं। उन्होंने कहा कि बाबा पर भोंकने वाले लोग तो भोंकते रहें, लेकिन इससे बाबा पर कोई असर नहीं पड़ेगा। उन्होंने आगे कहा कि बिहार में युवा संत का अपमान हुआ है, उनके पोस्टरों को फाड़ दिया गया और पोस्टर पर कालिख पोटी लगाई गई। बिहार के भक्त इसका प्रतिशोध लेंगे और इस तरह के लोगों को समुद्र में फेंक देंगे।
चार्टर्ड प्लेन से वापसी पर उठे सवाल
हाल ही में, बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री ने बिहार में हनुमान कथा कही थी। इस कार्यक्रम के बाद, उन्होंने एक चार्टर्ड प्लेन के जरिए मध्य प्रदेश की यात्रा की। इस पर जेडीयू और आरजेडी के नेताओं ने कई सवाल उठाए थे। आरजेडी के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने बताया कि बीजेपी साधु-संतों के नाम पर राजनीति कर रही है। इसके अलावा, उन्होंने ये भी कहा कि एयरपोर्ट पर इतनी भीड़ कैसे इकट्ठी हुई, इसे भारत सरकार को जांचनी चाहिए।
इस मामले पर, जेडीयू प्रवक्ता और एमएलसी नीरज कुमार ने बताया कि बिहार सरकार ने धीरेंद्र शास्त्री के प्रवचन में सुरक्षा व्यवस्था को पूरी तरह से सुनिश्चित किया, लेकिन एयरपोर्ट अथॉरिटी केंद्र सरकार की जिम्मेदारी है। उन्होंने एयरपोर्ट पर प्रोटोकॉल के खुलेआम उल्लंघन की रिपोर्ट दी है। साधु-संतों को स्पेशल प्लेन पर ले जाना एक बड़ा सवाल है। उन्होंने दावा किया कि बीजेपी साधु-संतों के नाम पर ही राजनीति करती है और इसलिए उन्हें चार्टर्ड प्लेन में ले जाया गया।