धीरेंद्र शास्त्री की कथा बिहार में पांच दिनों तक चली। यह कथा 13 मई से शुरू हुई थी और आखिरी दिन बुधवार को है। धीरेंद्र शास्त्री ने मंगलवार को बाबा महावीर मंदिर परिसर में पहुंचा था।
पटना: पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने मंगलवार को पटना के महावीर मंदिर में जाकर पूजा-अर्चना की। उनकी उपस्थिति के कारण बाबा बागेश्वर के दर्शन के लिए लोगों की भीड़ जुटी रही। धीरेंद्र शास्त्री का स्वागत करने के लिए आचार्य किशोर कुणाल माला लेकर खड़े थे। इसके साथ ही, धीरेंद्र शास्त्री के बॉडीगार्ड्स ने आचार्य को दबाकर बाबा बागेश्वर को अपने चारों ओर घेर लिया था। इस घटना की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो गई हैं और इसकी निंदा की जा रही है।
निखिल मंडल ने बुधवार (17 मई) को महावीर मंदिर की तस्वीरों को सोशल मीडिया पर साझा किया और अपने पोस्ट में लिखा – “यह एक दुखद तस्वीर है, आचार्य किशोर कुणाल जी ने बिहार को बहुत कुछ दिया है। इस तरह की तस्वीर देखकर वाकई दुख हुआ।” उसी तस्वीर के संबंध में आयोजक पर सवाल उठ रहे हैं, कि क्या आयोजक को आचार्य किशोर कुणाल के बारे में जानकारी नहीं थी?
बिहार में आज धीरेंद्र शास्त्री का आज आखिरी दिन
नौबतपुर के तरेत पाली में पांच दिवसीय हनुमान कथा का आयोजन किया गया है, जिसकी शुरुआत 13 मई से हुई थी। आज, 17 मई को यह आयोजन अंतिम दिन है और इसके दौरान बाबा बागेश्वर कथा सुनाएंगे। क्योंकि यह अंतिम दिन है, तो कथा स्थल पर भारी भीड़ जुटने की संभावना है। आज बाबा बागेश्वर ने 200 लोगों को गुरु मंत्र दीक्षा भी देने की योजना बनाई है।
पोस्टर पर पोती गई कालिख
मंगलवार रात को किसी ने बाबा के पोस्टरों पर कालिख पोत लिख दी है। यह कार्य केवल एक-दो ही पोस्टरों पर ही नहीं, बल्कि कई पोस्टरों पर किया गया है। इस तरह की तस्वीरें पटना के डाकबंगला चौराहे और इनकम टैक्स गोलंबर पर देखी जा सकती हैं। पोस्टर पर 420 भी लिखा गया है। यह बिहार में बाबा के आने से पहले से ही चल रहे विरोध का एक हिस्सा है, और इसकी गतिविधियाँ अभी भी जारी हैं।