शिक्षा मंत्री प्रो. चंद्रशेखर ने सोमवार को शिक्षक भर्ती के नए नियमों के विरोध में बिहार में कई संगठनों द्वारा उठाए जा रहे मुद्दे पर एक बयान दिया।
पटना: शिक्षा मंत्री प्रो. चंद्रशेखर, शिक्षक भर्ती की नई नियमावली के विरोध में कई शिक्षक संगठनों और शिक्षक अभ्यर्थियों के विरोध के बावजूद, खुश हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पिछले शासन के बारे में भी सवाल उठाए। जब उनसे पूछा गया कि शिक्षक अभ्यर्थी नई शिक्षक भर्ती की नियमावली के खिलाफ नाराज हैं, तो उन्होंने कहा कि उन्हें समझता है कि लोग शिक्षक अभ्यर्थियों का मुद्दा उठा रहे हैं, लेकिन क्या कभी उन्होंने कोई शिक्षक भर्ती के विज्ञापन देखे हैं? उन्होंने बताया कि पहले भी सरकार में विज्ञापन निकलते थे और अभी भी विज्ञापन निकला है।
‘सरकार युवाओं और बेरोजगारों के लिए चिंतित है’
शिक्षा मंत्री प्रो. चंद्रशेखर ने बताया कि उनकी सरकार महागठबंधन की है और उसने 10 लाख लोगों को सरकारी नौकरी देने का वादा किया है और वह इस विज्ञापन के माध्यम से इस प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव की बीच में तारीफ भी की और कहा कि उनकी सरकार हमेशा युवाओं और बेरोजगारों के लिए चिंतित रहती है। उनकी सरकार का लक्ष्य है कि एक बड़े विज्ञापन के माध्यम से शिक्षा विभाग में काम की शुरुआत की जाए।
गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को लेकर प्रो. चंद्रशेखर ने कही बात
शिक्षा मंत्री ने शिक्षक अभ्यर्थियों और संगठनों को उनके विरोध पर ध्यान देने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि शिक्षक बहाली में शिक्षकों की गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को महत्व देना चाहिए और शिक्षक चयन में योग्यता के मानदंडों का पालन किया जाना चाहिए। उन्होंने साधारित किया कि शिक्षा में गुणवत्ता को बनाए रखने के लिए सरकार का निर्णय आवश्यक है। उन्होंने बिहार को अपनी विरासत को संरक्षित करने की आवश्यकता बताई है और बताया कि शिक्षा क्षेत्र में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को बढ़ावा देना महत्वपूर्ण है। वे उज्ज्वल भविष्य के लिए युवाओं के शिक्षात्मक उत्थान का प्रयास कर रहे हैं और आम जनता और कई अभ्यर्थी इस निर्णय के समर्थन में खुश हैं।