श्रीकृष्णापुरी थाना के पटना में स्थित पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि एक फ्लैट में नकली नोट छापने का काम चल रहा है, जो आनंदपुरी में स्थित राजाराम अपार्टमेंट में स्थित है। इस सूचना के बाद, पुलिस ने कार्रवाई की।
पटना: देश में 2000 रुपये के नोट पर प्रतिबंध लगने के बावजूद, बिहार की राजधानी पटना में एक नकली नोट छापने वाले गिरोह का प्रकट हो रहा है। सोमवार (22 मई) को पुलिस ने नकली नोट के साथ दो युवकों को गिरफ्तार किया है। इस गिरोह का कारोबार पटना के पॉश इलाके में चल रहा था। इस मामले में सबसे आश्चर्यजनक बात यह है कि इस काम में शामिल छात्र थे, जो बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) की तैयारी भी कर रहे थे।
पटना के श्रीकृष्णापुरी थाने की पुलिस को एक गुप्त सूचना मिली कि आनंदपुरी में स्थित राजाराम अपार्टमेंट के एक फ्लैट में नकली नोट छापने का काम चल रहा है। इस पर पुलिस ने सोमवार को एक दल बल के साथ उस फ्लैट पर छापेमारी के लिए पहुंचा। जब दरवाजा खुला तो पुलिस भी चौंक गई। वहाँ एक प्रिंटर था, जिससे 500, 200 और 100 रुपये के जाली नोट छपे जाते थे। पुलिस ने 1,77,000 रुपये के नकली नोट जब्त किए हैं। उस स्थान पर शराब भी मिली है। एक युवक कटिहार और दूसरा नवादा निवासी था।
तीन युवक मौके से फरार
जब पुलिस छापेमारी करने के लिए फ्लैट पर पहुंची, तो वहाँ पांच युवक मौजूद थे, लेकिन तीन युवक खिड़की से कूदकर फरार हो गए। पुलिस ने दो युवकों को पकड़ लिया। उन गिरफ्तार हुए युवकों की पहचान अयूब खान (कटिहार निवासी) और रतन यादव (नवादा का) के रूप में की गई है। यह दोनों युवक बीपीएससी की तैयारी भी कर रहे थे।
पटना के एसएसपी ने क्या कहा?
पटना के एसएसपी राजीव मिश्रा ने इस मामले में बताया है कि पकड़े गए दो युवकों के साथ पूछताछ की जा रही है। उन्हें जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा जो फरार हो गए हैं। इसके अलावा, इस मामले में और कितने लोग शामिल हैं और उनका तार कहां से जुड़ा हुआ है, इसकी जानकारी भी जल्दी से निकाली जाएगी।