जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव के नतीजे 8 अक्टूबर को आएंगे. इससे पहले आए एग्जिट पोल में कांग्रेस-एनसी सबसे बड़ी पार्टी बनती दिख रही है. हालांकि, ज्यादातर एग्जिट पोल हंग असेंबली की संभावना जता रहे हैं.
जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रमुख फारूक अब्दुल्ला ने हाल ही में एक महत्वपूर्ण बयान दिया है। उन्होंने स्पष्ट किया है कि उनकी पार्टी किसी भी कीमत पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ गठबंधन नहीं करेगी। एग्जिट पोल से जुड़े सवालों का जवाब देते हुए अब्दुल्ला ने कहा कि ये पोल गलत भी साबित हो सकते हैं, इसलिए चुनाव परिणामों के बाद ही कोई ठोस टिप्पणी करना उचित होगा।
इस चुनाव में, नेशनल कॉन्फ्रेंस ने कांग्रेस के साथ मिलकर चुनाव लड़ा है। अधिकांश एग्जिट पोल में कांग्रेस-एनसी को सबसे अधिक सीटें मिलने की संभावना जताई गई है, लेकिन किसी एक पार्टी को स्पष्ट बहुमत मिलते नहीं दिख रहा है। इससे यह अंदेशा जताया जा रहा है कि राज्य में हंग असेंबली की स्थिति बन सकती है।
जम्मू-कश्मीर में क्या कह रहे एग्जिट पोल?
एक्सिस माय इंडिया
BJP: 24-34 सीटें
Congress-NC: 35-45 सीटें
PDP: 4 से 6 सीटें
अन्य: 8 से 23 सीटें
दैनिक भास्कर
BJP: 20- 25 सीटें
Congress-NC: 35-40 सीटें
PDP: 4-7 सीटें
अन्य: 12-18 सीटें
इंडिया टुडे- सीवोटर
BJP: 27-32 सीटें
Congress-NC: 40-48 सीटें
PDP: 6-12 सीटें
अन्य: 6-11 सीटें
पीपुल्स पल्स
BJP: 23-27 सीटें
Congress-NC: 46-50 सीटें
PDP: 7-11 सीटें
अन्य: 4-6 सीटें
पोल ऑफ पोल्स में किसे कितनी सीटें?
BJP: 27 सीटें
Congress-NC: 42 सीटें
PDP: 7 सीटें
अन्य: 14 सीटें
जम्मू कश्मीर में तीन चरणों में हुआ विधानसभा चुनाव
जम्मू-कश्मीर में तीन चरणों में हुए विधानसभा चुनावों के नतीजे 8 अक्टूबर को आएंगे। इस चुनावी माहौल में एग्जिट पोल के बाद, पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने यह स्पष्ट किया है कि वे भाजपा को रोकने के लिए कांग्रेस को समर्थन देने पर विचार कर सकती हैं।
इस बीच, एआईपी (आल इंडिया पीपल्स पार्टी) के प्रमुख इंजीनियर राशिद ने चुनावी नतीजों से पहले कहा कि मतगणना का दिन आने वाला है और सभी दल इस बात पर सहमत हैं कि जो भी सरकार बनेगी, वह कमजोर होगी। उन्होंने गुपकार गठबंधन की पिछले पांच साल की उपलब्धियों पर सवाल उठाते हुए कहा कि अब सभी दलों को स्टेटहुड के मुद्दे पर एकजुट होना चाहिए।
इंजीनियर राशिद ने नई सरकार और सभी क्षेत्रीय दलों से यह अपील की कि वे जम्मू-कश्मीर को पूर्ण राज्य का दर्जा देने के लिए केंद्र सरकार पर दबाव डालें। उन्होंने कहा कि एआईपी किसी भी सरकार का समर्थन करेगी, जब तक राज्य का दर्जा बहाल नहीं हो जाता। साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि जीतने वाले गठबंधन को शपथ नहीं लेनी चाहिए और सरकार गठन में देरी नहीं करनी चाहिए जब तक कि राज्य का दर्जा बहाल नहीं किया जाता।