लोकसभा चुनाव के प्रति सपा के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अपने पार्टी के प्रवक्ताओं और पैनलिस्टों के साथ एक बैठक बुलाई, जिसमें उन्होंने बीजेपी के घेरने के लिए रणनीतियों के तरीके पर चर्चा की और उपाय बताए।
अखिलेश यादव से मुलाकात: समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मंगलवार को सपा के प्रवक्ताओं और पैनलिस्टों के साथ एक बैठक आयोजित की, जिसमें लोकसभा चुनाव 2024 के लिए बीजेपी का मुकाबला करने के लिए चुनावी मंत्र दिया गया। उन्होंने पार्टी के सभी प्रवक्ताओं को सलाह दी कि वे बयान देते समय सतर्कता बरतें और सटीक जानकारी पर ध्यान दें ताकि कोई विवाद न हो पाए। उन्होंने बताया कि बीजेपी झूठी खबरें प्रचारित करने में माहिर है और सपा के प्रवक्ताओं को उनके झांसे में न आने के लिए सतर्क रहने की सलाह दी। उन्होंने सावधान किया कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को सही तरीके से इस्तेमाल किया जाए, बीजेपी की बातों का ताज़ा जवाब दिया जाए और उनके झांसों को उजागर किया जाए। विवादित मुद्दों से दूर रहने को भी महत्वपूर्ण बताया गया और भाजपा के जाल में फंसने से बचने का ध्यान रखने को कहा गया।
हिन्दू-मुस्लिम मुद्दों पर बोलने से बचें
सपा अध्यक्ष ने कहा कि जनता से जुड़े मुद्दों पर जो दिया जाए, उनमें बेरोज़गारी, महंगाई, जातीय जनगणना, सामाजिक न्याय, भ्रष्टाचार, कानून व्यवस्था, आवारा गौ वंश से हो रहे नुक़सान जैसे मुद्दे शामिल हैं। वे भाजपा के दुष्प्रचार का आक्रामक अंदाज में काउंटर करने की सलाह दे रहे हैं। उन्होंने कहा है कि सरकार की विफलताओं को जन-जन तक पहुंचाना जरूरी है और सपा सरकार के किए गए विकास कार्यों का अध्ययन करके भाजपा को घेरना चाहिए और जनता को सपा सरकार के कामों के बारे में जागरूक करना चाहिए। उन्होंने हिंदू-मुस्लिम मुद्दों पर बोलने से बचने की सलाह दी है, क्योंकि भाजपा इसे वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल करने की कोशिश कर सकती है।
डिंपल यादव ने भी दिए टिप्स
डिंपल यादव ने बैठक में महिलाओं से जुड़े मुद्दों को जोरदार तरीके से रखने की बात कही, उन्होंने कहा कि महिलाओं पर हो रहे अत्याचार का पर्दाफ़ाश करना ज़रूरी है। उन्होंने लोगों को बुलडोजर और बुल से परेशान होते देखा है और उन्हें इन समस्याओं को हल करने का समाधान ढूंढने की ज़रूरत बताई। उन्होंने सपा को यूपी में सभी 80 सीटों को जीतने का लक्ष्य रखा और इसके लिए सभी कार्यकर्ताओं से एकजुट होने का आह्वान किया।