SIPRI के अनुसार, भारत ने 1987 से अब तक 4500 से अधिक R-73 मिसाइलें खरीदी हैं।
समर 2 वायु रक्षा प्रणाली: भारतीय वायु सेना (IAF) ने घोषणा की है कि भारत जल्द ही स्वदेशी सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल SAMAR 2 का परीक्षण करेगा, जिसकी रेंज लगभग 30 किलोमीटर होगी। SAMAR हथियार प्रणाली का पहला संस्करण, SAMAR 1, पहले से ही IAF में शामिल किया जा चुका है और इसकी मारक क्षमता 8 किलोमीटर है। दोनों प्रणालियां रूसी मूल की हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइलों का उपयोग करती हैं। SAMAR 1 में R-73E मिसाइल का उपयोग किया जाता है, जबकि SAMAR 2 में R-27 मिसाइलें लगी होंगी।
SIPRI के अनुसार, भारत ने 1987 से अब तक 4500 से अधिक R-73 मिसाइलें खरीदी हैं, और IAF के भंडार में सैकड़ों R-27 मिसाइलें भी हैं। हिंदुस्तान टाइम्स के मुताबिक, भारतीय वायु सेना ने दो भागीदारों के साथ मिलकर SAMAR 2 का विकास किया है। एक अधिकारी के अनुसार, SAMAR 2 का पहला फायरिंग परीक्षण दिसंबर तक किया जाएगा।
SAMAR 1 की ताकत को देख चुकी है दुनिया
एयरो इंडिया 2023 में, भारतीय वायु सेना (IAF) ने SAMAR-1 प्रणाली का प्रदर्शन किया, जिसमें परीक्षण फायरिंग के 17 राउंड ने दुनिया का ध्यान आकर्षित किया था। SAMAR एक ट्विन-बुर्ज रेल लॉन्च प्लेटफ़ॉर्म है, जो दो मिसाइलों को सिंगल या सैल्वो मोड में लॉन्च कर सकता है। यह मिसाइलें मैक 2 से 2.5 की गति के साथ संचालित होती हैं।
SAMAR-1 प्रणाली की रेंज 12 किलोमीटर है और इसे लड़ाकू विमानों, हेलीकॉप्टरों और मानव रहित हवाई वाहनों (यूएवी) जैसे लो-फ्लाइंग लक्ष्यों को निशाना बनाने के लिए डिज़ाइन किया गया है।