टेंग्नौपाल के एसपी राहुल गुप्ता ने कहा कि पुलिस, असम राइफल्स और सीमा सुरक्षा बल की टीमें इलाके में तलाशी कर रही हैं, लेकिन रात 10:00 बजे तक कोई शव बरामद नहीं हुआ था।
मणिपुर नवीनतम समाचार: मणिपुर से एक और बड़ी खबर सामने आई है। सुरक्षा सूत्रों के अनुसार, शुक्रवार (9 अगस्त 2024) की सुबह मणिपुर के टेंग्नौपाल जिले में हथियारबंद कुकी-जो ‘ग्रामीण स्वयंसेवकों’ और कुकी विद्रोही समूह के सदस्यों के बीच हुई गोलीबारी में तीन लोगों के मारे जाने की सूचना है। हालांकि, मणिपुर पुलिस को अभी तक कोई शव नहीं मिला है।
यह घटना टेंग्नौपाल जिले के पलेल क्षेत्र में हुई, जो राज्य की राजधानी इंफाल से लगभग 45 किलोमीटर दूर है, और उस समय राज्य विधानसभा का सत्र चल रहा था। टेंग्नौपाल के पुलिस अधीक्षक (SP) राहुल गुप्ता ने बताया कि इलाके में गोलीबारी की सूचना मिलने के बाद, पुलिस शुक्रवार सुबह करीब 9:30 बजे घटनास्थल पर पहुंची और पाया कि वहां एक घर में आग लगी हुई थी। उन्होंने कहा कि पुलिस, असम राइफल्स और सीमा सुरक्षा बल की टीमें इलाके में तलाशी अभियान चला रही हैं, लेकिन रात 10:00 बजे तक कोई शव बरामद नहीं हुआ था।
मरने वालों में 2 ग्रामीण और 1 UKLF का सदस्य
सुरक्षा सूत्रों के अनुसार, गोलीबारी उस समय शुरू हुई जब हथियारबंद कुकी ग्रामीणों ने यूनाइटेड कुकी लिबरेशन फ्रंट (यूकेएलएफ) पर हमला किया। यूकेएलएफ, यूनाइटेड पीपुल्स फ्रंट के अंतर्गत आने वाले समूहों में से एक है और यह समूह राज्य और केंद्र सरकारों के साथ त्रिपक्षीय सस्पेंशन ऑफ ऑपरेशन समझौते का हस्ताक्षरकर्ता है। सूत्रों ने बताया कि इलाके में ‘कर’ और व्यापार मार्गों पर नियंत्रण को लेकर दोनों पक्षों के बीच आंतरिक तनाव था। मारे गए तीन लोगों में से दो हथियारबंद ग्रामीण थे और एक यूकेएलएफ का कैडर था। जला हुआ घर यूकेएलएफ प्रमुख एसएस हाओकिप का था।
इसके अलावा, कथित तौर पर यूकेएलएफ द्वारा जारी एक अहस्ताक्षरित बयान में दावा किया गया है कि पल्लेल में इसी समुदाय के सदस्यों द्वारा विद्रोही समूह पर हमला किया गया था। बयान में आरोप लगाया गया कि हमलावर मैतेई के साथ सहयोग कर रहे थे।