मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बताया है कि वह कुर्मी समुदाय के बीजेपी कार्यकर्ताओं को हिंसा का आरोप लगा रही हैं। उन्होंने इस बात को लेकर कहा है कि जातीय दंगों को भड़काने की कोशिश करने वालों को माफ नहीं किया जाएगा।
बीजेपी पर ममता बनर्जी: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शनिवार (27 मई) को बीजेपी पर तीव्र आरोप लगाया है, कहते हुए कि वे जातीय दंगों की साजिश रचकर राज्य में मणिपुर जैसी स्थिति पैदा करने की कोशिश कर रही हैं। वे पश्चिम मेदिनीपुर में एक जनसभा को संबोधित कर रही थीं और उन्होंने अपने भाषण में कहा है कि उन्हें कई तरह से धमकी मिली है। उन्होंने कहा है कि सिर्फ 6 महीने इंतजार करें, फिर दिल्ली बदल जाएगी और इस बार प्रधानमंत्री बदल जाएगा।
ममता बनर्जी ने अगले कहा कि बीजेपी के कार्यों के बारे में क्या कहा? बीजेपी ने कभी नोटबंदी की योजना बनाई है और कभी और भी कुछ। वे बीजेपी को बंगाल में तनाव पैदा करने की योजना बना रही हैं और इसके लिए पैसों का इस्तेमाल किया गया है। उन्होंने राज्य की मंत्री बीरबाहा हंसदा के वाहन पर हुए हमले की निंदा की और कहा है कि शुक्रवार को हुई इस घटना के पीछे कुर्मी समुदाय के सदस्यों का नहीं, बल्कि बीजेपी कार्यकर्ताओं का हाथ था।
बीजेपी पर लगाया हमले का आरोप
ममता बनर्जी ने भाजपा पर जातीय संघर्ष के बहाने राज्य में हिंसक घटनाओं को अंजाम देने का आरोप लगाया है, विशेष रूप से हाल ही में मंत्री बीरबाहा हांसदा की कार पर हुए हमले का जिक्र किया है। उनके अनुसार, भाजपा जानबूझकर पश्चिम बंगाल में समुदायों के बीच तनाव पैदा करने की कोशिश कर रही है और इस उद्देश्य के लिए धन का उपयोग कर रही है। उनका मानना है कि भाजपा का लक्ष्य ऐसी स्थिति पैदा करना है जहां आदिवासी कुर्मी समुदाय एक-दूसरे के खिलाफ खड़ा हो जाए, जिससे सेना की तैनाती हो और उनके आने पर गोली चलाने का आदेश दिया जाए। हालांकि, मेरे पास इन दावों की सटीकता को सत्यापित करने के लिए पर्याप्त जानकारी नहीं है, और मैं इस मामले पर नवीनतम अपडेट के लिए और शोध करने और समाचार स्रोतों का संदर्भ लेने की सलाह देता हूं।
“हिंसा की निंदा करती हूं”
आदिवासी बहुल जिले में टीएमसी के वरिष्ठ नेता अभिषेक बनर्जी के काफिले पर अनुमानित रूप से पथराव हुआ था और उसके दौरान मंत्री की गाड़ी भी नुकसान उठाई. मुख्यमंत्री ने टीएमसी के जनसंपर्क अभियान तृणमूल नवज्वार को संबोधित करते हुए इस हिंसा की निंदा की है. उनकी मान्यता यह है कि कुर्मी समुदाय हमले के पीछे नहीं थे.