पार्किंग के विवाद के चलते एक परिवार को बेरहमी से पिटाया गया। दबंगों ने पीड़ित व्यक्ति की पत्नी और बेटी को भी इस हादसे में बख्शा नहीं। यह घटना 23 जून को हुई थी, और इसका वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
दिल्ली समाचार: यह दिल्ली के संत नगर में हुई एक दुखद घटना है, जिसमें पार्किंग के विवाद के कारण एक परिवार को दबंगई से पिटाया गया। आरोपियों ने पीड़ित व्यक्ति की पत्नी और बेटी को भी इस दुर्भावनापूर्ण क्रिया का शिकार बना दिया। इस घटना का वीडियो पिछले महीने 23 जून को हुआ था, और जब इसका वीडियो सामने आया, तो यह सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया। इस मामले में हैरानी की बात यह है कि आरोपी, जो पीड़ितों की पिटाई कर रहा था, कोई युवा नहीं बल्कि एक बुजुर्ग है, जिसने महिला और उनकी बेटी का आदर और अपनी उम्र का भी मान नहीं रखा।
पीड़ितों पर बेरहमी से बरसाए डंडे, वीडियो वायरल
वायरल हो रहे वीडियो में दिखाई दे रहा है कि आरोपी परिवार के एक सदस्य ने पार्किंग से पीड़ित की गाड़ी को सड़क पर ला कर खड़ी कर दिया और उसके बाद पीड़ित परिवार ने अपने घर से नीचे उतरने का प्रयास किया। इस पर आरोपी ने दबंगई करते हुए उनके साथ हाथापाई की और बेरहमी से उन पर डंडे भी बरसाए। इस दुर्भावनापूर्ण कार्यवाही में आरोपी ने महिला और उनकी बेटी को भी नहीं छोड़ा। यह घटना देखने वालों के मन में दर्द और नाराजगी का आभास कराती है।
पार्किंग विवाद में एक परिवार ने की दूसरे परिवार की पिटाई
डीसीपी राजेश देव से मिली जानकारी के अनुसार, अमर कॉलोनी थाने की पुलिस को 23 जून को संत नगर के B ब्लॉक में एक झगड़े की सूचना मिली थी। जिसकी जांच में पुलिस को पता चला कि यह झगड़ा पार्किंग के मुद्दे को लेकर B315 और 263 के रेजिडेंट्स के बीच हुआ था। आगे की जांच में यह सामने आया कि दलजीत सिंह, उसके बेटे हरजाप सिंह, उनकी पत्नी कुदरत कौर और उनके परिवार के अन्य सदस्यों ने मिल कर दुष्यंत गोयल, मोना गोयल और कौशिकी की पिटाई कर दी थी।
दो महिला समेत चार आरोपी गिरफ्तार
इस मामले में पीड़ितों के मेडिकल और बयान के आधार पर आरोपियों दलजीत सिंह और उसके बेटे हरजाप के खिलाफ IPC की धारा 308, 506, 509, 427 और 323 के तहत केस दर्ज किया गया था। बाद में जांच के आधार पर इस मामले में धारा 354 और 147, 148 और 149 भी जोड़ दी गई। इस मामले में तीन महिलाओं की अग्रिम जमानत दो बार खारिज होने के बाद दो महिलाओं को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है, जबकि एक को कोर्ट की तरफ से अंतरिम राहत मिल गई है।