पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने एक बयान दिया है, जिसमें उन्होंने कहा है कि जब जहाज डूबने लगता है, तो लोग उसे छोड़कर भागने लगते हैं और अफरातफरी मच जाती है। उन्होंने इस बयान के माध्यम से गहलोत सरकार को इसी समानान्तर में तुला है।
राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023: राजेंद्र गुढ़ा के बयान और लाल डायरी के जिक्र के बाद से राजस्थान की सियासत में हड़कंप मचा हुआ है। बीजेपी लगातार इस मुद्दे को लेकर राजस्थान सरकार पर हमला बोल रही है। इस बीच प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया ने गहलोत सरकार पर निशाने पर लिया है। उन्होंने प्रदेश सरकार पर कई आरोप लगाते हुए कहा है कि इस सरकार को जाने से कोई नहीं रोक सकता है।
‘राजस्थान में सबसे ज्यादा भ्रष्टाचार’
“कई बार खरगोश सोया रह जाता है और कछुआ आगे निकल जाता है, इसलिए सब कार्यकर्ता भागीरथ बन कर दुष्टों की इस सरकार को भगाने में जुट जाओ। पूरे देश में सबसे अधिक अगर कहीं भ्रष्टाचार है, तो वह राजस्थान में है। महिला अत्याचार, दलित उत्पीड़न, दुष्कर्म, गैंगवार, गैंगरेप, लूट व हत्या जैसी घिनौनी घटनाएं भी राजस्थान में ही सर्वाधिक हो रही है। कांग्रेस सरकार की शासन पर प्रदेश में धर्म परिवर्तन हो रहा है।”
‘सरकार को डूबने से कोई नहीं बचा सकता’
पूर्व सीएम ने आगे लिखा, “जब जहाज डूबने लगता है, तो सभी उसे छोड़कर भागने लगते हैं। अफरातफरी मच जाती है। यही हाल गहलोत सरकार का है। पहली बार विपक्ष के साथ-साथ सरकार के विधायकों ने भी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। इसलिए इस सरकार को डूबने से अब कोई बचा नहीं सकता।”
विपक्ष के निशाने पर सरकार
राजेंद्र गुढ़ा द्वारा अपनी ही सरकार को निशाने पर लेने के बाद, गहलोत सरकार पर विपक्ष का कांग्रेस सरकार को घेरने का रुख देखा जा रहा है। पूर्व सीएम वसुंधरा राजे भी इस मुद्दे को लेकर गहलोत सरकार पर निशाना साध रही हैं और उनका कहना है कि गहलोत सरकार को अब उनके ही विधायक निशाने पर लिया जा रहा है। यह मामला राजस्थान की सियासत में तनाव बढ़ा रहा है।