23 अक्टूबर को इनकम टैक्स विभाग की टीम ने एमआई ग्रुप के कादिर अली के ठिकानों पर छापा मारा था।
लखनऊ एमआई बिल्डर आईटी छापा: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने एमआई बिल्डर के निदेशक कादिर अली से गुरुवार को लगभग 8 घंटे लंबी पूछताछ की। इस दौरान ED ने कादिर अली से कई सवाल किए, जिनमें प्रमुख थे – रुपये कहां से आए, निवेशकों के कितने पैसे जमा हुए, और दस्तावेजों के माध्यम से पैसों के लेन-देन के बारे में जानकारी ली।
23 अक्टूबर को आयकर विभाग ने एमआई बिल्डर के 16 से अधिक ठिकानों पर छापेमारी की थी, जिसके दौरान कई बेनामी संपत्तियों का खुलासा हुआ था। इस छापे के बाद से आयकर विभाग और ED दोनों ही कादिर अली, उनके रिश्तेदारों और दोस्तों पर निगरानी रखे हुए हैं।
ED ने की पूछताछ
पिछले दिनों आयकर विभाग की छापेमारी के दौरान एमआई बिल्डर के ठिकानों से कई दस्तावेज़ बरामद हुए थे, जिनके बारे में कादिर अली संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए थे। इसमें अर्जुनगंज स्थित एमआई रिट्रीट की जमीन भी शामिल थी, जिसके बारे में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने उनसे कई सवाल किए। ED ने कादिर अली से इन जमीनों के दाखिल-खारिज और जिनके नाम पर रजिस्ट्री हैं, उनके बारे में भी पूछताछ की।
सूत्रों के अनुसार, जल्द ही कादिर अली के करीबी एक पूर्व आईएएस अधिकारी से भी पूछताछ की जा सकती है। इससे पहले, आयकर विभाग की टीम ने नोएडा में उनके घर और अन्य ठिकानों पर छापेमारी की थी। इसके अतिरिक्त, कादिर अली के परिवार और रिश्तेदारों के नाम पर मिले कुछ दस्तावेज़ों के आधार पर भी उनसे आने वाले दिनों में पूछताछ की संभावना है।
जानकारी के अनुसार, आयकर विभाग को यह जानकारी मिली थी कि बिल्डर की ओर से ब्लैक मनी को सफेद करने और बोगस कंपनियों के नाम पर टैक्स चोरी की जा रही थी, जिसके बाद यह कार्रवाई की गई है।