बेरूत में भारतीय वाणिज्य दूतावास ने जानकारी दी है कि लेबनान में लगभग 4000 भारतीय नागरिक निवास कर रहे हैं। इनमें से अधिकांश लोग विभिन्न क्षेत्रों में काम कर रहे हैं, जैसे कि कंपनियाँ, निर्माण उद्योग, और कृषि फार्म।
इज़राइल लेबनान युद्ध नवीनतम समाचार: इजरायल द्वारा आतंकी समूह हिजबुल्लाह को समाप्त करने के लिए लेबनान में जमीनी हमले के कारण पूरी दुनिया में हड़कंप मच गया है। कई देश अपने नागरिकों को निकालने के प्रयास कर रहे हैं। भारत ने भी अपने नागरिकों को लेबनान की यात्रा न करने की सलाह दी है, जबकि आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, लेबनान में 4,000 से अधिक भारतीय नागरिक मौजूद हैं। केंद्र सरकार ने उन सभी से जल्द से जल्द वहां से निकलने का आग्रह किया है।
बेरूत में भारतीय वाणिज्य दूतावास की वेबसाइट पर जानकारी दी गई है कि लेबनान में लगभग 4000 भारतीय नागरिक हैं, जो मुख्य रूप से कंपनियों, निर्माण क्षेत्र और कृषि फार्मों में कार्यरत हैं। भारतीय दूतावास ने सभी नागरिकों से अपील की है कि वे उन क्षेत्रों में यात्रा न करें, जहां संघर्ष हो रहा है। भारत सरकार ने भी सभी भारतीय नागरिकों से लेबनान से शीघ्रता से निकलने की सलाह दी है।
भारतीय दूतावास ने जारी की ये एडवाइजरी
भारतीय दूतावास ने एक एडवाइजरी जारी की है, जिसमें लेबनान में रहने वाले सभी भारतीय नागरिकों को देश छोड़ने की सख्त सलाह दी गई है। जो लोग किसी कारणवश वहां बने हुए हैं, उन्हें अत्यधिक सावधानी बरतने, अपनी गतिविधियों को सीमित करने और बेरूत में भारतीय दूतावास से संपर्क में रहने की सलाह दी गई है। दूतावास ने संपर्क के लिए ईमेल आईडी: cons.beirut@mea.gov.in और आपातकालीन फोन नंबर +96176860128 प्रदान किए हैं।
इस बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से बातचीत की, जो जमीनी हमलों के शुरू होने से कुछ घंटे पहले हुई। दोनों नेताओं ने चर्चा की कि आतंकवाद को खत्म करना कितना महत्वपूर्ण है ताकि क्षेत्र में शांति बहाल हो सके। हालांकि, सरकार ने यह स्पष्ट नहीं किया है कि लेबनान में फंसे भारतीयों को निकालने के लिए कोई विशेष अभियान शुरू किया जाएगा या नहीं, लेकिन भारत सरकार स्थिति पर नजर बनाए हुए है।