राहुल गांधी ने मोदी के अंतिम नाम के बारे में कुछ गलत कहा और मुश्किल में पड़ गए। उन्हें बताया गया कि उन्हें दो साल के लिए जेल जाना होगा और वह अब सरकार का हिस्सा नहीं रह सकते।
भारत में इस वक्त कई जगहों पर राजनीति को लेकर काफी बातें हो रही हैं। कुछ जगहों पर चुनाव हो रहे हैं तो कुछ में हिंसा जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। लोग अदालती मामलों और जांच के बारे में भी बात कर रहे हैं। सी-वोटर नामक एक समूह ने लोगों से इन बातों पर उनकी राय जानने के लिए एक सर्वेक्षण किया। सर्वेक्षण तीन दिनों में किया गया था और परिणामों में थोड़ी सी त्रुटि हो सकती है।
वयस्कों के एक समूह ने अन्य वयस्कों से पूछा कि क्या उन्हें लगता है कि राहुल गांधी नाम का एक व्यक्ति सच बोल रहा है जब उसने कहा कि वह सच बोलने के लिए मुसीबत में पड़ गया। लगभग आधे वयस्कों ने कहा कि वे उन पर विश्वास करते हैं, लेकिन कुछ ने नहीं किया। कुछ अन्य वयस्क इस प्रश्न का उत्तर नहीं देना चाहते थे।
राहुल गांधी का आरोप है कि उन्हें सच बोलने की सजा मिली है?
सही कहा- 48%
गलत कहा- 36%
पता नहीं- 16%
सजा के बाद गई थी संसद सदस्यता
एक अदालत ने कहा कि राहुल गांधी नाम के एक व्यक्ति ने कुछ गलत किया और उसे दो साल के लिए जेल जाने की सजा दी। इस सजा की वजह से वह उस समूह का हिस्सा नहीं हो सकता जो देश के लिए फैसले करता है। राहुल गांधी को लगता है कि उन्हें सजा इसलिए मिली क्योंकि उन्होंने अडानी नाम के किसी व्यक्ति के बारे में सच बोला और प्रधानमंत्री के बारे में सवाल पूछा।