विपक्षी गठबंधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की टिप्पणी के बाद समाजवादी पार्टी सांसद जया बच्चन ने भी प्रतिक्रिया दी है।
यूपी समाचार: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलांयस’ (I.N.D.I.A.) पर तीखा तंज कसते हुए विपक्ष को जवाब दिया है। समाजवादी पार्टी की राज्यसभा सांसद जया बच्चन ने प्रधानमंत्री के इस बयान के बाद प्रतिक्रिया दी है और कहा, “मैं प्रधानमंत्री पर को टिप्पणी नहीं करूंगी, मैं उनके कुर्सी की इज्जत करती हूं। उनकी पार्टी द्वारा और उनके द्वारा जितने भी भाषण दिए गए हैं 2014 से लेकर आज तक उसमें सभी जवाब मिल जाएंगे।”
विपक्षी दलों के गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलांयस’ के बारे में प्रधानमंत्री मोदी ने टिप्पणी की है और उन्हें विपक्ष को दिशाहीन कहते हुए कहा है। उन्होंने कहा कि इस गठबंधन का नाम भी ‘इंडिया’ है जिससे वह ईस्ट इंडिया कंपनी और अन्य जनतंत्रिक संस्थानों को याद दिला रहा है, जिन्हें अंग्रेजों ने भारतीय जनता के खिलाफ साजिश रचने के लिए स्थापित किया था। इसके साथ ही उन्होंने इस नाम से संबंधित कुछ दूसरे संगठनों का भी जिक्र किया, जो आतंकवादी गतिविधियों के संबंध में जाने जाते हैं।
विपक्ष के सदस्य जया बच्चन ने इस तीखे तंज पर टिप्पणी नहीं की और उन्होंने उन्हें अपने कुर्सी की इज्जत करने का सम्मान दिया। उन्होंने कहा कि विपक्ष ने प्रधानमंत्री के द्वारा दिए गए सभी भाषणों का जवाब देने का निर्णय किया है और वे इसके लिए तैयार हैं।
क्या बोले बीजेपी सांसद?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान के बाद, बीजेपी सांसद रविशंकर प्रसाद ने कहा कि विपक्ष मान चुका है कि उन्हें सत्ता में नहीं आना। उन्होंने इस टिप्पणी के माध्यम से विपक्ष के गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलांयस’ (I.N.D.I.A.) को भी उठाया है। उन्होंने कहा कि इंडियन नेशनल कांग्रेस का नाम भी अंग्रेजों ने रखा था और इसके साथ उन्होंने इंडियन मुजाहिद्दीन और इंडियन पीपुल्स फ्रंट जैसे गठबंधनों का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि इन दिनों इंडिया के नाम जोड़ने का जो फैशन चल रहा है, वह अर्बन-नक्सलवाद से संबंधित है, जिसका उद्देश्य खुद को वैध बनाना है।
इस बयान के अलावा, बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने भी टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का गठन भारत की आजादी से पहले अंग्रेजों ने किया था। उन्होंने पीपुल्स फ्रंट को बैन किया है, और वे भी खुद को इंडिया कहते हैं। उन्होंने कहा कि आजकल इंडिया का नाम जोड़ने का जो फैशन चल रहा है, वह अर्बन-नक्सलवाद से संबंधित है और इन सभी को वैध बनाने के लिए वे इंडिया नाम जोड़ देते हैं।
इन दिनों बेंगलुरु में विपक्ष के 26 दलों की एक बैठक हुई थी और इस बैठक में विपक्षी दलों को I.N.D.I.A. यानी इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलांयस के नाम से जाना जा रहा है।