पंडित धीरेंद्र शास्त्री, बागेश्वर धाम के, एक व्यक्ति हैं जिनकी प्रमुखता काफी चर्चा में है। यहां तक कि उनके विरोधी पक्ष खुले तौर पर उनके खिलाफ विरोध प्रकट कर रहे हैं। इसके अलावा, यूपी में भी बिहार के बाद सियासी उत्साह बढ़ गया है।
बागेश्वर धाम सरकार: बाबा धीरेंद्र शास्त्री, बिहार के बागेश्वर धाम के, अपने बयानों के कारण सियासी माहौल में खूब चर्चा में हैं। बीजेपी राज्य में खुले तौर पर उनका समर्थन कर रही है, जबकि महागठबंधन के सदस्य जेडीयू और आरजेडी उनके खिलाफ स्पष्ट विरोध दिखा रहे हैं। इसके अलावा, बिहार की सियासी लड़ाई अब यूपी तक पहुंच गई है, और इसमें समाजवादी पार्टी की भी एंट्री हो गई है।
पिछले कुछ दिनों से धीरेंद्र शास्त्री बिहार में मौजूद हैं और उनके बयानों ने वहां व्यापक चर्चा का विषय बना दिया है। इसके परिणामस्वरूप, सियासी माहौल में भी गतिविधि तेज हो गई है। एक तरफ बीजेपी उनका समर्थन कर रही है, वहीं दूसरी ओर आरजेडी खुलेआम उनके खिलाफ विरोध प्रदर्शित कर रही है। इस लड़ाई का मामला अब बिहार से यूपी तक पहुंच चुका है और आरजेडी को सपा का समर्थन भी मिल रहा है। बाबा धीरेंद्र शास्त्री के बयानों ने जो हिंदू राष्ट्र बनाने की बात कही है, वह सियासी माहौल में और ज्यादा प्रमुखता प्राप्त कर रही है।
सपा का एलान
अब यूपी में बाबा धीरेंद्र शास्त्री के खिलाफ विरोध शुरू हो चुका है। सपा ने बाबा धीरेंद्र शास्त्री के संबंध में एक घोषणा की है, जिसमें उन्होंने कहा है कि अगर बाबा यूपी में हिंदू राष्ट्र के एजेंडे के साथ आते हैं, तो सपा उनके खिलाफ विरोध करेगी। सपा के प्रवक्ता सुनील सिंह साजन ने इस बारे में कहा है कि सपा देश और प्रदेश के सामाजिक और राजनीतिक तानाशाही को नहीं बढ़ाने देगी और यदि कोई ऐसा दावा करता है तो सपा उसके खिलाफ उठेगी।
सपा प्रवक्ता ने कहा, “आप धर्म विशेष के खिलाफ अफवाह फैला रहे हैं। यह तब होता है जब आपके खुद के रिश्तेदार उसी धर्म के लोग होते हैं। क्या धीरेंद्र शास्त्री के रिश्तेदार मुस्लिम नहीं हैं? कृपया धीरेंद्र शास्त्री से पूछें, कि वे या तो बीजेपी के एजेंडे पर काम कर रहे हैं या फिर अपने भक्तों के साथ धोखा कर रहे हैं।”