सुशील कुमार मोदी ने केंद्र सरकार के कामों की सराहना की और कहा कि यदि ये सभी काम नीतीश कुमार को नहीं दिखते हैं, तो इसमें उनकी कुछ गलती हो सकती है।
पटना: उपमुख्यमंत्री और राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने सोमवार को आरजेडी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर आरोप लगाए। सुशील मोदी ने कहा कि नीतीश कुमार की आंखों पर अहंकार का बहुत बड़ा पर्दा है, जिसके कारण वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार के महत्वपूर्ण कार्यों को भी नहीं देख पा रहे हैं।
सुशील मोदी ने गिनाईं उपलब्धियां
सुशील कुमार मोदी ने अपने बयान में केंद्र सरकार की उपलब्धियों को संख्या में बताया। उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार ने 2000 करोड़ रुपये खर्च कर पटना के गांधी सेतु की मुद्दत को बढ़ाकर इसे अपग्रेड किया और नियमित महाजाम से बचाव कराया। उन्होंने पूछा कि क्या यह कोई काम नहीं है? वे दरभंगा एयरपोर्ट को चालू करने की भी सराहना की, कहते हुए कि क्या यह कोई काम नहीं है? आज उत्तर बिहार के लोग बेंगलुरु, मुंबई, दिल्ली से सीधे दरभंगा जा सकते हैं।
उन्होंने एक बीजेपी नेता के बयान पर भी टिप्पणी की। उसने कहा कि क्या आजादी के 75वें साल में देश को भव्य संसद भवन मिलना कोई काम नहीं है? वह पूछा कि क्या नीतीश कुमार को बिहार में 54000 करोड़ रुपये की लागत से छह लेन सड़कों का निर्माण कार्य भी कोई काम नहीं लगता है? उन्होंने पूछा कि क्या 150 साल पुराने कोईलवर पुल के समानांतर नए पुल को बनवाना कोई काम है या नहीं?
‘मुख्यमंत्री की आंखों में दोष’
सुशील मोदी ने बताया कि 8,500 करोड़ रुपये की लागत से बरौनी खाद कारखाने का आधुनिकीकरण करके उसे चालू करवाने का काम भी अगर कोई नहीं है, तो उसमें मुख्यमंत्री की दोष है। उन्होंने बताया कि मोदी सरकार लुक-ईस्ट पॉलिसी के तहत बिहार में सड़कों, रेलवे और हवाई अड्डों के तेज विकास कर रही है, जिससे हजारों लोगों को रोजगार मिल रहा है, लेकिन नीतीश कुमार धृतराष्ट्र की भाषा बोलकर ताबूत वालों की तरह बात कर रहे हैं।