उत्तराखंड में सड़कों के बंद होने के बावजूद, बाबा केदारनाथ मंदिर में भक्तों की संख्या में वृद्धि देखी जा रही है। वर्तमान में यात्रियों की संख्या 12 लाख पहुँच चुकी है, जो कि एक रिकॉर्ड संख्या है।
केदारनाथ यात्रा 2023: पिछले कई दिनों से उत्तराखंड में लगातार बारिश हो रही है जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। राज्य की सैकड़ों सड़कें टूटी हुई हैं और यहां लोगों के जीवन में परेशानियाँ बढ़ गई है। हालांकि, बाबा के भक्त इस परेशानी के बावजूद भी हारने का विचार नहीं करते हैं। उनकी संख्या में बढ़ोतरी देखी जा रही है, और वे केदारनाथ के दर्शन करने पहुंच रहे हैं। यहां आने वाले भक्तों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है, और वर्तमान में 12 लाख यात्री केदारनाथ के दर्शन करने पहुंच चुके हैं, जो एक रिकॉर्ड संख्या है। इन श्रद्धालुओं के बावजूद की ऊबड़-खाबड़ रास्तों से गुजरना पड़ रहा है, वे बाबा केदार के दर्शन के लिए प्रतिबद्ध हैं।
बाबा के दर पर पिछले कई रिकॉर्ड टूटे
उत्तराखंड में बाबा केदारनाथ मंदिर में अब तक 12 लाख श्रद्धालुओं ने दर्शन किए हैं। केदारनाथ धाम में एक बार फिर से श्रद्धालुओं की संख्या में वृद्धि दिख रही है, और ग्यारहवें ज्योतिर्लिंग में अब तक का सबसे बड़ा रिकॉर्ड बन गया है। यात्रा की अभी तक तीन महीने की अवशिष्ट पीरियड है, लेकिन इस बार यात्रियों की संख्या में वृद्धि होने से पिछले कई सालों के रिकॉर्ड टूट रहे हैं।
श्रद्धालुओं की संख्या में लगातार बढोत्तरी
बारिश के बाद अब केदारनाथ यात्रा की दूसरे चरण की यात्रा शुरू होने जा रही है, और इसके साथ ही श्रद्धालुओं की संख्या में बढ़ोतरी दिख रही है। देश और विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को देखकर महसूस होता है कि पिछले कई सालों के रिकॉर्ड इस बार टूटने की तरफ बढ़ रहे हैं, और इसके लिए प्रशासनिक आवश्यकताओं की पूर्व-स्थिति तैयार हो रही है।
रास्तों को ठीक कर रहा प्रशासन
बताया गया कि उत्तराखंड में हुई बारिश के कारण आज भी कुछ सड़कें बंद पड़ी हैं। जिला प्रशासन रास्तों को ठीक करने का प्रयास कर रहा है। पैदल मार्ग भी अब तक अवांछित है, लेकिन इसके साथ ही आस्थाओं के प्रति भरोसा और उत्साह बरकरार है। श्रद्धालु उन खराब रास्तों से गुजरते हुए भी बाबा के दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं, और उनकी संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है।
इसी समय, बाबा केदारनाथ के दर्शन के लिए दुनिया के विभिन्न हिस्सों से श्रद्धालु पहुंच रहे हैं, और जिला प्रशासन भी इनके लिए 24 घंटे काम कर रहा है। इस बारिशी मौसम में कई बार यात्रा को रुकवाना पड़ा है, लेकिन यात्री संख्या में कमी नहीं आई है।