बांग्लादेश में राजनीतिक संकट के दौरान संसद में एक सर्वदलीय बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने सभी राजनीतिक दलों के साथ बांग्लादेश के मौजूदा हालात पर चर्चा की।
बांग्लादेश संकट: बांग्लादेश में हुए तख्तापलट के बाद वहां की स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ है और हिंसा लगातार बढ़ती जा रही है। इस संदर्भ में संसद में एक सर्वदलीय बैठक आयोजित की गई, जिसमें विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं से बांग्लादेश के हालात पर चर्चा की।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बांग्लादेश की स्थिति पर एक महत्वपूर्ण बयान दिया है। उन्होंने भारत सरकार से कुछ सवाल किए हैं और वर्तमान में सरकार के समर्थन में हैं। राहुल गांधी ने पूछा है कि क्या इस संकट में विदेशी ताकतों की भूमिका है और बांग्लादेश के लिए सरकार की क्या तात्कालिक और दीर्घकालिक योजना है। उन्होंने बांग्लादेश की नई सरकार के प्रति भारत का रुख भी जानना चाहा। विपक्ष ने भी इस मुद्दे पर कई सवाल किए हैं, लेकिन स्पष्ट किया है कि वे मोदी सरकार के साथ खड़े हैं।
कांग्रेस सांसद कार्ति चिदंबरम ने कही ये बात
बांग्लादेश में राजनीतिक संकट के संदर्भ में कांग्रेस सांसद कार्ति चिदंबरम ने कहा कि विदेश मंत्री द्वारा सभी पार्टी नेताओं को जानकारी देना एक सकारात्मक कदम है और वे इस कदम का स्वागत करते हैं। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा और नागरिकों की सुरक्षा के मामले में वे पूरी तरह से सरकार के साथ हैं। बांग्लादेश में हो रही घटनाओं को गंभीर मानते हुए उन्होंने इसे सिर्फ एक अलोकप्रिय सरकार के पतन की घटना से कहीं अधिक चिंताजनक बताया।
कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने भी बांग्लादेश की स्थिति को संवेदनशील बताते हुए कहा कि इस समय बांग्लादेश में बने हालात पूर्व और दक्षिण एशिया के लिए चिंता का विषय हैं। उन्होंने आशा जताई कि दोनों सदनों में इस पर विस्तृत बहस होगी और यह महत्वपूर्ण है कि इस मुद्दे पर सदन में चर्चा हो।
इससे पहले, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बांग्लादेश के हालात पर एक उच्चस्तरीय बैठक बुलाई, जिसमें सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति की बैठक हुई। इस बैठक की अध्यक्षता पीएम मोदी ने की, और इसमें केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, और विदेश मंत्री एस. जयशंकर भी शामिल हुए।