विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बुधवार को संसद में बांग्लादेश की स्थिति पर जानकारी देते हुए बताया कि बांग्लादेश में लगभग 19,000 भारतीय नागरिक मौजूद हैं, जिनमें से 9,000 छात्र हैं।
बांग्लादेश हिंसा नवीनतम समाचार: हालांकि बांग्लादेश में एक अंतरिम सरकार का गठन हो चुका है, वहां की स्थिति अब भी तनावपूर्ण बनी हुई है। इस स्थिति को देखते हुए भारत सरकार ने बांग्लादेश में सभी भारतीय वीजा आवेदन केंद्रों को अगले नोटिस तक बंद रखने का निर्णय लिया है। भारतीय वीजा के लिए आवेदन करने के ऑनलाइन पोर्टल पर भी सूचना दी जा रही है कि अस्थिरता के कारण सभी आईवीएसी अगले नोटिस तक बंद रहेंगे। नए आवेदन की तारीख के बारे में जल्द ही सूचना दी जाएगी और पासपोर्ट अगले कार्य दिवस पर प्राप्त करने की अपील की गई है।
सूत्रों के अनुसार, बांग्लादेश में हिंसा और अस्थिरता के बढ़ते स्तर के चलते भारत सरकार ने वहां के अपने उच्चायोग और वाणिज्य दूतावासों से गैर-आवश्यक कर्मचारियों और उनके परिवारों को वापस बुला लिया है। हालांकि, भारतीय राजनयिक वहां बने हुए हैं और अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर रहे हैं।
चटगांव, राजशाही खुलना और सिलहट में है वाणिज्य दूतावास
बांग्लादेश की राजधानी ढाका में भारत का उच्चायोग और चटगांव, राजशाही, खुलना, और सिलहट में वाणिज्य दूतावास हैं। हाल ही में, बांग्लादेश में शेख हसीना के नेतृत्व वाली अवामी लीग सरकार के खिलाफ बड़े विरोध प्रदर्शनों के कारण, 76 वर्षीय शेख हसीना को प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देकर भारत भागना पड़ा। इस स्थिति के चलते अंतरिम सरकार का गठन किया गया है, जिसका नेतृत्व नोबेल शांति पुरस्कार विजेता और ग्रामीण बैंक के संस्थापक मुहम्मद यूनुस करेंगे।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने संसद को संबोधित करते हुए बताया कि बांग्लादेश में लगभग 19,000 भारतीय नागरिक हैं, जिनमें से 9,000 छात्र हैं। उन्होंने कहा कि विरोध प्रदर्शनों के चलते कई छात्र भारत लौट चुके हैं और सरकार वहां के भारतीय समुदाय के संपर्क में है। इसके साथ ही, उन्होंने बताया कि सरकार बांग्लादेश में रहने वाले अल्पसंख्यकों की स्थिति की भी निगरानी कर रही है।