किसान नेता राकेश टिकैत ने पहलवान विनेश फोगाट के खिलाफ हुए अन्याय पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि केंद्र सरकार ने उन्हें धोखा दिया है। टिकैत ने इस मुद्दे को लेकर केंद्र सरकार के खिलाफ आंदोलन की चेतावनी भी दी है।
विनेश फोगाट: भारतीय पहलवान विनेश फोगाट के पेरिस ओलंपिक 2024 से डिसक्वालीफाई होने के मुद्दे पर किसान नेता राकेश टिकैत ने मोदी सरकार पर आरोप लगाए हैं। उन्होंने इसे साजिश करार देते हुए कहा कि विनेश फोगाट को भारत सरकार, कुश्ती फेडरेशन और संबंधित अधिकारियों ने मिलकर धोखा दिया है। टिकैत ने इस स्थिति को बड़े पैमाने पर अन्याय बताया और केंद्र सरकार के खिलाफ देशभर में एक बड़ा किसान आंदोलन की चेतावनी दी है।
विनेश फोगाट को 100 ग्राम वजन अधिक होने के कारण कुश्ती के फाइनल में खेलने की अनुमति नहीं मिली, जिसके कारण उनके ओलंपिक सपनों को झटका लगा। इस पर राकेश टिकैत ने कहा कि यह एक स्पष्ट उदाहरण है कि कैसे खिलाड़ियों के साथ अन्याय किया जा रहा है और इसे लेकर गंभीर प्रतिक्रिया और आंदोलन की आवश्यकता है।
हरियाणा में चढ़ा सियासी पारा
हरियाणा में पहलवान विनेश फोगाट के मुद्दे पर सियासत तेज हो गई है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने विनेश फोगाट को सिल्वर मेडल विनर के रूप में सम्मानित करने की घोषणा की थी, जिस पर इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) के नेता अभय चौटाला ने आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री का बयान विनेश का मनोबल तोड़ने वाला है और गोल्ड मेडलिस्ट के रूप में सम्मान देने की बात होनी चाहिए।
अभय चौटाला ने मुख्यमंत्री सैनी को अपने बयान पर पुनर्विचार करने की सलाह दी और विनेश को उचित सम्मान देने की मांग की। इसके अतिरिक्त, उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा के बयान पर भी तंज कसा, जिसमें हुड्डा ने कहा था कि अगर विनेश गोल्ड जीततीं, तो उन्हें राज्यसभा भेजा जाता। चौटाला ने सवाल उठाया कि नीरज चोपड़ा को गोल्ड जीतने के बावजूद कांग्रेस ने राज्यसभा में क्यों नहीं भेजा।