जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ की घटनाएं बढ़ गई हैं, और आतंकवादी लगातार सेना के काफिलों पर घात लगाकर हमले कर रहे हैं।
डोडा मुठभेड़: जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले में बुधवार (14 अगस्त) को आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में भारतीय सेना के एक कैप्टन शहीद हो गए, जबकि चार आतंकवादी मार गिराए गए। पीटीआई के अनुसार, अधिकारियों ने पुष्टि की है कि मुठभेड़ में चार आतंकियों के ढेर होने की संभावना है। शहीद कैप्टन 48 राष्ट्रीय राइफल्स के सदस्य थे। व्हाइट नाइट कॉर्प्स ने बताया कि भारी गोलीबारी के बीच आतंकियों की खोज जारी है और ऑपरेशन के दौरान युद्ध सामग्री भी बरामद की गई है।
सूत्रों के अनुसार, सुरक्षाबलों को जानकारी मिली थी कि कुछ आतंकवादी जम्मू के उधमपुर जिले के पटनीटॉप और डोडा जिले के असर क्षेत्र के बॉर्डर पर स्थित जंगलों में छिपे हुए हैं। इसके बाद वाहन सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया। मंगलवार शाम को सुरक्षाबल उस कमरे में पहुंचे, जहां आतंकवादी आराम कर रहे थे। सूत्रों ने बताया कि आतंकवादियों के पास हथियार और गोला-बारूद था और वे हथियारों के साथ ही सो रहे थे।
खुद को घिरता देख भाग गए आतंकवादी
सुरक्षाबलों को देखते ही आतंकवादी चौंक गए और फायरिंग शुरू कर दी। इसके जवाब में सुरक्षाबलों ने भी गोलीबारी की। खुद को घिरा हुआ देख आतंकवादियों को तेजी से मौके से भागना पड़ा। वे अपनी एक M4 कार्बाइन और कुछ गोला-बारूद वहीं छोड़कर भाग गए। सेना ने घटनास्थल से बरामद हथियार और गोला-बारूद को रिकवर कर लिया है।
हाल ही में जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी गतिविधियों में बढ़ोतरी देखी गई है। पहले ज्यादातर हमले घाटी में होते थे, लेकिन अब जम्मू में भी आतंकवादी सक्रिय हो गए हैं। सेना के काफिले पर घात लगाकर हमलों की कई घटनाएं सामने आ चुकी हैं।
इस स्थिति को देखते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार (14 अगस्त) को एक उच्च स्तरीय बैठक बुलाई। बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजित डोभाल, सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी, डीजीएमओ और सुरक्षा एजेंसियों के वरिष्ठ अधिकारियों ने हिस्सा लिया। बैठक में आतंकवादियों से निपटने के लिए रणनीतियों पर चर्चा की गई।