बीजेपी प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कहा कि यदि मामले को तुरंत एजेंसी को सौंप दिया जाता, तो सीबीआई निष्पक्ष जांच कर सकती थी।
कोलकाता डॉक्टर बलात्कार हत्याकांड: कलकत्ता उच्च न्यायालय के आदेश के बाद आरजी कर कॉलेज और अस्पताल में ट्रेनी डॉक्टर के साथ रेप और हत्या के मामले की जांच कोलकाता पुलिस से सीबीआई को ट्रांसफर कर दी गई है। अदालत ने पुलिस की ओर से अप्राकृतिक मौत का मामला दर्ज करने में देरी और पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष का बयान रिकॉर्ड करने में विलंब पर सवाल उठाए थे।
इस निर्णय के बाद राजनीतिक आरोप सामने आने लगे हैं। बीजेपी ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर आरोप लगाया है कि उन्होंने पुलिस को मामले को सीबीआई को सौंपने में सात दिन की समयसीमा दी और इस दौरान सीबीआई को मामले की जांच सौंपने में देरी की।
बीजेपी प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कहा कि ममता बनर्जी ने पहले 48 घंटों को महत्वपूर्ण बताया था, लेकिन फिर भी उन्होंने मामले को सीबीआई को सौंपने में देरी की। उनका सवाल है कि ऐसा क्यों हुआ और अगर मामला तुरंत एजेंसी को सौंपा जाता, तो सीबीआई एक निष्पक्ष जांच कर सकती थी।
पश्चिम बंगाल बीजेपी का धरना
पश्चिम बंगाल में नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी ने कहा, “सीबीआई को शिकंजा कसना चाहिए और संदीप घोष, डॉ. एसपी दास और विनीत गोयल हिरासत में लेना चाहिए. आरजी कर में घटना वाली रात की सुबह डायरेक्टर ऑफ मेडिकल एजुकेशन सुशांत राय और डॉ. अभीक डे वहां क्यों गए थे? सबूतों के साथ छेड़छाड़ करने लिए गए थे? सीबीआई को तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए. हम मुख्यमंत्री का इस्तीफा मांगते हैं. हम विधानसभा के गेट पर धरना प्रदर्शन जारी रखेंगे, शाम में हमारी रैली है.”