हाल ही में इल्तिजा ने कश्मीर की स्थिति की तुलना गाजा और लेबनान से की। उन्होंने हिज़्बुल्लाह के नेता हसन नसरल्लाह की प्रशंसा करते हुए उनकी मृत्यु पर दुख भी व्यक्त किया।
ईरान इज़राइल संघर्ष: पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) की प्रमुख महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती ने जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के बीच इजरायल और ईरान के संघर्ष पर एक महत्वपूर्ण बयान दिया है। उन्होंने मौजूदा स्थिति और संयुक्त राष्ट्र पर सवाल उठाते हुए एक्स प्लेटफॉर्म पर लिखा, “पिछले एक साल से कमजोर संयुक्त राष्ट्र और तथाकथित इस्लामिक देशों ने गाजा में इजरायली नरसंहार को लेकर चुप्पी साध रखी है। ईरान भले ही अब युद्ध के जाल में फंसता दिख रहा है, लेकिन कम से कम वही एक ऐसा देश है जो उत्पीड़ितों की रक्षा के लिए लड़ रहा है। अल्लाह तआला फिलिस्तीन के लोगों की रक्षा करें।”
इल्तिजा मुफ्ती ने पहले भी लेबनान और फिलिस्तीन के समर्थन में अपनी आवाज उठाई है, जिसके लिए उन्हें आलोचना का सामना करना पड़ा है। हाल ही में उन्होंने कश्मीर के हालात की तुलना गाजा और लेबनान से की थी और हिज़्बुल्लाह के नेता हसन नसरल्लाह की मृत्यु पर दुःख जताते हुए उनकी प्रशंसा की थी। इसके अलावा, महबूबा मुफ्ती ने नसरल्लाह की मौत के विरोध में पीडीपी के विधानसभा चुनाव अभियान को भी रोक दिया था।
ईरान ने भी संयुक्त राष्ट्र पर उठाया है सवाल
ईरान ने बुधवार (2 अक्टूबर 2024) को इजरायल पर हमले के बाद एक बयान जारी किया, जिसमें उसने अपने रक्षात्मक मिसाइल हमले का बचाव करते हुए कहा कि यह कार्रवाई नैतिक सिद्धांतों और इस्लाम की उच्च शिक्षाओं के आधार पर की गई थी। ईरान ने यह भी कहा कि उसने अंतर्राष्ट्रीय मानवीय कानून के तहत भेदभाव के सिद्धांत का पूरी तरह पालन करते हुए, अपने हमले में विशेष रूप से शासन के सैन्य और सुरक्षा प्रतिष्ठानों को निशाना बनाया।
ईरान ने इजरायल की “लापरवाह कार्रवाइयों” को रोकने और उसे वित्तीय और सैन्य सहायता प्रदान करने वालों को चेतावनी दी। इसके साथ ही, ईरान ने तीसरे पक्ष की भागीदारी के खिलाफ भी चेतावनी दी और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद से इस मामले में कार्रवाई करने की अपील की।