सीएम अशोक गहलोत आज मेवाड़ में 14 दिनों के दौरे का तीसरा चरण पूरा कर रहे हैं। इस दौरे के दौरान, महाराणा प्रताप की जयंती के अवसर पर, उन्होंने महाराणा प्रताप बोर्ड सहित अन्य घोषणाएं की हैं।
उदयपुर समाचार: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत वर्तमान में उदयपुर दौरे पर हैं। वे सुबह से शाम तक विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल हो रहे हैं और आगे भी लेंगे। यह उनका 14 दिनों का तीसरा दौरा है। इस दौरे में मुख्यमंत्री गहलोत ने महाराणा प्रताप के संबंध में महत्वपूर्ण घोषणा की है। उन्होंने राजस्थान में वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप बोर्ड की स्थापना करने की घोषणा की है। इस घोषणा के प्रभाव से चर्चाएं हो रही हैं।
चर्चाएं उठ रही हैं कि राजस्थान में आगामी विधानसभा चुनाव के कारण, मेवाड़ क्षेत्र ने पिछड़ी कांग्रेस को समर्थन दिया है और सीएम गहलोत इसका लाभ उठा रहे हैं। उन्हें निरंतर दौरे करने के साथ-साथ घोषणाएं भी करनी हैं। महाराणा प्रताप के संबंध में घोषणा करने पर चर्चाएं चल रही हैं कि सीएम ने इससे राजपूत वोट को प्राप्त करने की कोशिश की है। इसके अलावा बोर्ड के साथ-साथ महाराणा प्रताप से जुड़ी अन्य घोषणाएं भी की गई हैं।
सीएम के बैक टू बैक कार्यक्रम
सीएम अशोक गहलोत ने बैक-टू-बैक कार्यक्रमों के दौरान व्यापक गतिविधियों में हिस्सा लिया है। रविवार की रात को उन्होंने उदयपुर में पहुंचकर कांग्रेस देहात जिलाध्यक्ष लाल सिंह झाला के पुत्र की शादी समारोह में हिस्सा लिया और फिर फतहसागर झील पर युवाओं से बातचीत की। सोमवार सुबह से वे कार्यक्रमों में जुट गए, जैन समाज के सम्मेलन, नगर निगम में महाराणा प्रताप की जयंती समारोह, और डेयरी के कार्यक्रम में शामिल हुए। अब शाम को उन्हें लोककला मंडल में जाना है और फिर राजस्थान की तीसरी लेपर्ड सफारी का वर्चुअल उद्घाटन करना है। कल उनका डूंगरपुर जाना है।
यह की घोषणाएं
मुख्यमंत्री गहलोत ने महाराणा प्रताप की जयंती के अवसर पर नगर निगम में आयोजित सभा में हिस्सा लिया। इस महत्वपूर्ण अवसर पर, उन्होंने महाराणा प्रताप के संबंध में महत्वपूर्ण घोषणाएं की। इनमें से एक घोषणा थी कि सीएम गहलोत ने वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप बोर्ड की स्थापना की। इस बोर्ड के माध्यम से, उनका मकसद था महाराणा प्रताप के इतिहास से जुड़ी महत्वपूर्ण स्थलों के विकास पर काम करना। इसके अलावा, उन्होंने यह घोषणा भी की कि 5 करोड़ रुपये की लागत से महाराणा प्रताप की समाधि, राजतिलक स्थली और अन्य स्थलों का विकास कार्य सम्पन्न किया जाएगा। उन्होंने इसी तरह की घोषणा की कि मीरा मेदपाट बालिका छात्रावास के पास की जमीन को छात्रावास के लिए आवंटित किया जाएगा।