वर्तमान में जम्मू और कश्मीर में गर्मी के मौसम में ठंडी पड़ रही है और कश्मीर घाटी में बर्फबारी के कारण लोग गर्म कपड़े पहनने के लिए मजबूर हो रहे हैं। मैदानी क्षेत्रों में तीसरे दिन लगातार रुक-रुक कर बारिश हो रही है।
जम्मू कश्मीर: देश के अन्य क्षेत्रों में जहां लोग तेज गर्मी और अत्यधिक लू की समस्या से जूझ रहे हैं, वहीं कश्मीर में स्थिति अलग है। कश्मीर घाटी में मौसम ने पलटने शुरू कर दिया है और भारी बर्फबारी के कारण लोग अन्य भागों की तुलना में शीतलहर के साथ गर्म कपड़ों को पहनने में मजबूर हो गए हैं।
शुक्रवार (26 मई) को कश्मीर घाटी के कई क्षेत्रों में हल्की बर्फबारी हुई, जिससे पूरे क्षेत्र में ठंडक की अनुभूति हुई। साथ ही, मैदानी क्षेत्रों में तीसरे दिन भी लगातार बारिश हो रही है और तीखी सर्दी ने लोगों को फिर से गर्म कपड़ों को पहनने के लिए मजबूर कर दिया है।
कश्मीर में कहां-कहां हुई बर्फबारी!
शुक्रवार को कश्मीर की गुरेज घाटी के ऊपरी इलाकों और करनाह में हल्की बर्फबारी हुई थी, और इसके साथ ही कारगिल के द्रास इलाके में भी शुक्रवार की शाम को हल्की बर्फबारी हुई। जम्मू और कश्मीर के मैदानी क्षेत्रों में हल्की से मध्यम बारिश हुई, जिससे जनजीवन प्रभावित हुआ और तापमान भी कई डिग्री नीचे गिर गया।
क्या कह रहा है मौसम विभाग?
मौसम विभाग ने उत्तरी कश्मीर के कुछ जिलों के ऊपरी इलाकों, जैसे बांदीपोरा, कुपवाड़ा, सोनमर्ग-जोजिला-गुमरी आदि में अगले 24 घंटों में हल्की बर्फबारी की संभावना बताई है। मौसम विभाग के उप निदेशक डॉ. मुख्तार अहमद ने बताया है कि गरज, बिजली के चमकने के साथ मध्यम बारिश के दौर की उम्मीद है और कुछ स्थानों पर तेज हवाएं भी चल रही हैं, जिसके बाद मौसम की स्थिति में धीरे-धीरे सुधार हो सकता है।
इसके अलावा, 27 मई और 28 मई को रुक-रुक कर हल्की बारिश, गरज, बिजली के चमकने की संभावना है। और 29 मई-30 मई को काफी व्यापक रूप से रुक-रुक कर हल्की से मध्यम बारिश, गरज-चमक और ओलावृष्टि की संभावना है, और कुछ स्थानों पर तेज हवाएं भी चल सकती हैं।
कृषि कार्यों को लेकर क्या बोला मौसम विभाग?
मौसम विभाग ने किसानों के लिए सतर्क रहने की सलाह देते हुए एहतियात के तौर पर 30 मई तक सभी कृषि कार्यों को स्थगित करने की सलाह जारी की है। श्रीनगर में आज न्यूनतम तापमान 9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है, जो सामान्य से 3 डिग्री कम है इस समय के लिए, जबकि पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी के कारण तापमान में 5-8 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई है। आगामी 24 घंटों में और अधिक बारिश और हिमपात की संभावना होने के कारण, तापमान में और गिरावट हो सकती है और इसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है।