राहुल गांधी, जो अमेरिका में दौरे पर है, ने भारतीय मूल के लोगों को संबोधित करते हुए देश की राजनीति पर और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर कड़ा हमला किया है।
अमेरिका दौरे पर राहुल गांधी: राहुल गांधी, जो अमेरिका में दौरे पर हैं, ने मंगलवार (30 मई) को सैन फ्रांसिस्को में भारतीय मूल के लोगों से मुलाकात की। इस मौके पर उन्होंने भारत जोड़ो यात्रा के बारे में बात करते हुए देश की राजनीति पर टिप्पणी की और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और आरएसएस पर कड़ा बयान दिया। उन्होंने उच्चारण किया, “देश में राजनीति के लिए जरूरी संसाधनों को वे नियंत्रित कर रहे हैं।”
साथ ही, राहुल गांधी ने इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर कटाक्ष किया। उन्होंने कहा, “देश में कुछ लोग ऐसे हैं जो लगते हैं वे सब कुछ जानते हैं, भगवान से भी अधिक जानते हैं। वे भगवान के साथ बैठकर उन्हें समझा सकते हैं।” इसके अलावा, उन्होंने प्रधानमंत्री पर तंज कसते हुए कहा, “मुझे लगता है हमारे देश के प्रधानमंत्री में से एक हैं। मोदी जी को अगर भगवान के साथ बैठा दें, तो वे भगवान को समझाने का काम करेंगे कि ब्रह्मांड कैसे काम करता है। सही?”
मुझे लगा ये भारत जोड़ो यात्रा आसान नहीं होने वाली- राहुल गांधी
राहुल गांधी ने अपनी भारत जोड़ो यात्रा के अनुभव को साझा करते हुए बताया कि उन्हें ये यात्रा आसान नहीं लग रही थी। इस यात्रा को पैदल तय करना बहुत मुश्किल था, लेकिन उनके पास कोई दूसरा विकल्प नहीं था। उन्होंने बताया कि कांग्रेस कार्यकर्ता और समर्थक रोज़ाना 25 किलोमीटर की यात्रा कर रहे थे। तीन हफ्तों बाद, राहुल को लगा कि वे अब थके हुए नहीं हैं। वे लोगों से छुरू पूछा भी कि क्या वे थकावट महसूस कर रहे हैं, लेकिन किसी ने हां कहकर जवाब नहीं दिया। उन्होंने कहा कि उस यात्रा में केवल कांग्रेस नहीं थी, बल्कि पूरा भारत एक साथ कदम से कदम मिलाकर आगे बढ़ रहा था।
राहुल गांधी ने उद्घाटन भाषण के बाद यात्रा के दौरान भी लोगों के सवालों का जवाब दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के साथ एक अच्छी बात यह है कि वे सभी के साथ खड़े होते हैं और किसी भी व्यक्ति को आने का अवसर देते हैं ताकि उन्हें सुना जा सके। उन्होंने कहा कि वे गुस्सा नहीं होते हैं, यह उनका स्वभाव है।
उन्होंने लोगों के सवालों के जवाब देते हुए भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा) पर तंज कसते हुए कहा, “भाजपा की मीटिंग में ऐसा सवाल-जवाब का सिलसिला नहीं होता।” यह टिप्पणी उनकी दूसरी दल यात्रा के माध्यम से भाजपा की कार्यशैली पर एक संकेतिक टिप्पणी है।
आइये पढ़ते हैं राहुल ने किस सवाल का क्या जवाब दिया.
सवाल 1- वूमेन एंपावरमेंट पर बिल बहुत लंबे समय से पेंडिंग है, भारत में महिलाओं की सेफ्टी एक बहुत बड़ा इशू है
जवाब- हम महिला विधेयक के लिए प्रतिबद्ध हैं। पिछली सरकार में हम इसे लाना चाहते थे, लेकिन हमारे गठबंधन के कुछ साथी इसके लिए तैयार नहीं थे. हालांकि, मेरा मानना है कि हम इसे अलग सरकार में लाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। दूसरे प्रश्न पर मैं कहूंगा कि अगर हम महिलाओं को सशक्त करें, उन्हें राजनीति में लाएं, उन्हें व्यापार में जगह दें, तो वे अपने आप सशक्त हो जाएंगी।
सवाल 2- वन लैंगुएज, वन कल्चर, वन ट्रेडिशन, वन रिलिजन पर क्या?
जवाब- यदि आप संविधान पढ़ेंगे तो आपको राज्यों का संघ मिलेगा। हर राज्य की भाषा और संस्कृति की रक्षा की जानी चाहिए। आप जिस बारे में बात कर रहे हैं वह हमारे संविधान में निहित है। भाजपा और आरएसएस इस भारत पर हमला कर रहे हैं। मेरी राय में, मेरा मानना है कि तमिल भाषा तमिल लोगों के लिए सिर्फ एक भाषा से कहीं अधिक है। यह सिर्फ उनकी भाषा नहीं है, बल्कि उनकी जीवन शैली है। मैं तमिल भाषा को कभी भी खतरे में नहीं पड़ने दूंगा। तमिल भाषा को धमकी देना मतलब भारत की एकता को खतरा है। किसी भी भाषा को धमकी देने का मतलब भारत को धमकी देना है।