21 जुलाई को प्रॉपर्टी डीलर के साथ उनके 2 बॉडीगार्ड्स की गोली मारकर हत्या की गई थी। इस हमले में एक बॉडीगार्ड को घायल होने के कारण उन्हें पटना के एक अस्पताल में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
मुजफ्फरपुर: प्रॉपर्टी डीलर आशुतोष शाही के हत्याकांड (Ashutosh Shahi Murder Case) में एक और मौत हो चुकी है, जिससे कुल मौतों की संख्या चार हो गई है। सीआईडी ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है जिसकी अनुशंसा आईजी पंकज सिन्हा ने की थी। मंगलवार को सीआईडी के डीआईजी दलजीत सिंह ने क्राइम सीन को रीक्रिएट करने के लिए एक डमी (पुतला) को मंगवाया, जिससे पूरे दिन घटना की नकली प्रतिष्ठा की गई। अब जांच की प्रक्रिया आगे बढ़ेगी और आपत्तिजनक हत्या की घटना का पूरा सच सामने आने की कोशिश की जाएगी।
चौथे बॉडीगार्ड ने अस्पताल में तोड़ा दम
यह घटना वास्तविकता में 21 जुलाई को हुई थी। प्रॉपर्टी डीलर आशुतोष शाही और उनके दो बॉडीगार्ड की हत्या कर दी गई थी, जिसमें अपराधियों ने गोलियाँ चलाई थीं। इस गोलीकांड के दौरान ही एक बॉडीगार्ड की मौत हो गई थी, जो सोमवार को पटना में इलाज के दौरान हुई थी। मृतक आशुतोष शादी के दौरान वकील के घर पर थे, उन्हें भी गोली लगी थी। वकील का इलाज वर्तमान में पटना में प्रगति पर है।
छह लोगों पर दर्ज कराया गया है मामला
प्रॉपर्टी डीलर आशुतोष शाही की हत्या के बाद उनकी पत्नी ने एक वकील, मंटू शर्मा, विक्कू शुक्ला, पूर्व वार्ड पार्षद शेरू अहमद, गोविंद और ओंकार सिंह समेत कुल छह लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया है. गोलीबारी की घटना. विक्कू शुक्ला और पूर्व वार्ड पार्षद शेरू अहमद को गिरफ्तार कर लिया गया है और पुलिस बाकी संदिग्धों की तलाश कर रही है. आईजी पंकज सिन्हा की सिफारिश के आधार पर मामले की जांच सीआईडी को सौंप दी गई है और उन्होंने अपनी जांच के तहत अपराध स्थल को फिर से बनाना शुरू कर दिया है। यह घटना वास्तव में एक गंभीर मामला है, और प्रदान की गई जानकारी मामले की वर्तमान स्थिति को स्पष्ट रूप से दर्शाती है।