आरोप है कि हैदराबाद क्रिकेट एसोसिएशन के अधिकारियों ने राजीव गांधी स्टेडियम के निर्माण में वित्तीय अनियमितताएं की हैं। उन पर निजी कंपनियों को उच्च दरों पर ठेके देने का आरोप है, जिससे एसोसिएशन को करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ।
ईडी ने पूर्व क्रिकेटर मोहम्मद अज़हरुद्दीन को तलब किया: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने हैदराबाद क्रिकेट एसोसिएशन के वित्तीय घोटाले से संबंधित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पूर्व क्रिकेटर और कांग्रेस नेता मोहम्मद अजहरुद्दीन को आज, यानी गुरुवार (3 अक्टूबर 2024) को तलब किया है। ईडी ने पिछले साल नवंबर में इस मामले में तेलंगाना के 9 स्थानों पर छापेमारी की थी, जिसमें कई महत्वपूर्ण दस्तावेज और डिजिटल उपकरण बरामद किए गए थे।
ईडी के अनुसार, हैदराबाद क्रिकेट एसोसिएशन के अधिकारियों ने राजीव गांधी क्रिकेट स्टेडियम के निर्माण में वित्तीय अनियमितताएं की हैं। उन्होंने निजी कंपनियों को उच्च दरों पर ठेके दिए, जिससे एसोसिएशन को करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ। अनुमान है कि लगभग 20 करोड़ रुपये के फंड का गलत इस्तेमाल किया गया, जिसका उपयोग डीजी सेट, अग्निशामक उपकरणों और कैनोपी खरीदने के लिए किया जाना था।
इस मामले के उजागर होने के बाद हैदराबाद की एंटी करप्शन यूनिट ने तीन एफआईआर दर्ज की थीं, जिसके बाद ईडी ने अपनी जांच शुरू की। सूत्रों के अनुसार, ईडी आज अजहरुद्दीन से इन मुद्दों पर सवाल पूछेगी।
क्या है पूरा मामला?
ईडी के अनुसार, हैदराबाद क्रिकेट एसोसिएशन के अधिकारियों ने राजीव गांधी क्रिकेट स्टेडियम के निर्माण में वित्तीय अनियमितताएं की हैं। उन्होंने निजी कंपनियों को नियमों का पालन किए बिना उच्च दरों पर ठेके दिए, जिससे एसोसिएशन को करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ। रिपोर्ट में बताया गया है कि इस मामले में तीन एफआईआर दर्ज की गई हैं और जांच जारी है। हैदराबाद क्रिकेट एसोसिएशन के सीईओ सुनीलकांत बोस ने टीम इंडिया के पूर्व कप्तान अजहरुद्दीन के खिलाफ इस मामले में भ्रष्टाचार की शिकायत दर्ज कराई थी।
क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद, अजहरुद्दीन ने राजनीति में कदम रखा। वह कांग्रेस पार्टी से संसद में रह चुके हैं और 2009 में कांग्रेस के टिकट पर उत्तर प्रदेश की मुरादाबाद सीट से सांसद बने। इसके अलावा, वह 2018 में तेलंगाना कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष भी रह चुके हैं।