जेडीयू सांसद राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह ने कांग्रेस सांसद केसी वेणुगोपाल की अल्पसंख्यकों के अधिकारों की बात पर टिप्पणी करते हुए कहा कि इस देश में हजारों सिखों की हत्या करने की जिम्मेदारी किसकी है।
संसद का मानसून सत्र: लोकसभा में गुरुवार को वक्फ बोर्ड संशोधन बिल पेश किया गया, जिस पर विपक्ष ने विरोध जताया। हालांकि, एनडीए में बीजेपी की सहयोगी जदयू ने इसका समर्थन किया। जदयू सांसद और केंद्रीय मंत्री ललन सिंह ने इसका समर्थन करते हुए विपक्ष को आलोचना का सामना किया।
केंद्रीय मंत्री ने कहा, “कुछ सदस्यों की टिप्पणियों से ऐसा लगता है कि इस संशोधन को मुस्लिम विरोधी माना जा रहा है। लेकिन इसका कोई प्रावधान मुस्लिम विरोधी नहीं है। मस्जिदों को कोई नुकसान नहीं पहुंचाया जा रहा है। यह सिर्फ वक्फ बोर्ड को पारदर्शी बनाने की कोशिश है। वक्फ बोर्ड किसी कानून के तहत बना है और धर्म के आधार पर कोई बंटवारा नहीं हो रहा है।”
कांग्रेस को सिख दंगों पर राजीव रंजन ने घेरा
केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह ने कांग्रेस सांसद केसी वेणुगोपाल पर निशाना साधते हुए कहा कि वे अल्पसंख्यकों की चिंता दिखा रहे हैं, लेकिन इस देश में हजारों सिखों की हत्या कांग्रेस के कार्यकाल में हुई थी। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने सिखों की हत्या की थी और अब वही पार्टी अल्पसंख्यकों की रक्षा की बात कर रही है। ललन सिंह ने इस बिल को पारदर्शिता लाने वाला बताया और इस पर जोर देते हुए कहा कि यही उनका मुख्य आग्रह है।
विपक्ष ने वक्फ (संशोधन) विधेयक, 2024 का कड़ा विरोध किया, और कांग्रेस ने इसे संविधान पर हमला करार दिया। लोकसभा में एनसीपी-एससीपी की सांसद सुप्रिया सुले ने विधेयक को वापस लेने की मांग की और सुझाव दिया कि इसे स्थायी समिति के पास भेजा जाए। उन्होंने कहा कि इस विधेयक को परामर्श के बिना आगे न बढ़ाया जाए।