बिहार के फुलवारी शरीफ में एक डॉक्यूमेंट मिला है जिसका नाम 2047 है। नेशनल इंटेलिजेंस एजेंसी (एनआईए) के दावे के मुताबिक, इस डॉक्यूमेंट में देश की सत्ता पर कब्जा करने का एक प्लान विस्तार से बताया गया है।
पीएफआई पर एनआईए का छापा: पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) के संबंध में, राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने फुलवारी शरीफ के मामले में एक बार फिर सक्रियता दिखाई है। एनआईए ने बुधवार (31 मई) को कर्नाटक, केरल और बिहार में पीएफआई के 25 स्थानों पर छापेमारी की है। एनआईए की टीम कर्नाटक, बिहार और केरल के विभिन्न स्थानों पर कार्रवाई कर रही है।
एनआईए द्वारा लगाए गए सर्च ऑपरेशन का मुख्य ध्यान पीएफआई और इससे जुड़े व्यक्तियों पर है। मोहम्मद नदवी और उससे जुड़े लोगों के खिलाफ एनआईए ने बिहार के कटिहार में कार्रवाई की है। मोहम्मद नदवी और पीएफआई के बीच पुराने संबंध हैं। इसके साथ ही, यूसुफ टोला में भी जांच एजेंसी की टीम ने छापेमारी की है।
छापेमारी के दौरान चाक-चौबंद सुरक्षा
सुरक्षा की दृष्टि से, स्थानीय हसनगंज थाना पुलिस और अर्ध सैनिक बल की टीम भी फुलवारी शरीफ में मौके पर मौजूद हैं। एनआईए के दावे के अनुसार, बिहार के फुलवारी शरीफ में एक डॉक्यूमेंट मिला था जिसका नाम 2047 है, जिसमें देश की सत्ता पर कब्जा करने का एक प्लान बताया गया था।
मिली जानकारी के अनुसार, फुलवारी शरीफ मामले में सबसे बड़ी छापेमारी कर्नाटक में की जा रही है। कर्नाटक में पीएफआई के 16 स्थानों पर यह कार्रवाई चल रही है।