एनआईए (NIA) की अपील के पश्चात्, हरजोत सिंह के खिलाफ अमेरिका में ब्लू नोटिस जारी किया गया है। विदेश में स्थित खालिस्तान समर्थकों की गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है जबकि एनआईए ने इस मामले पर नजर रखने के लिए अपील की थी।
कार्रवाई में एनआईए: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने अमेरिका, ग्रीस और फिलीपींस में कई व्यक्तियों के खिलाफ इंटरपोल और लुक आउट सर्कुलर (LOC) के माध्यम से ब्लू नोटिस जारी किया है। इन विदेशी संदर्भों में, गैंगस्टरों और खालिस्तानी संगठनों के संदर्भ में संदिग्धता के आरोप हैं जो विदेशी भूमि पर संचालित हो रहे हैं।
एनआईए के एक अनुरोध के आधार पर पिछले महीने अमेरिका में स्थित हरजोत सिंह के खिलाफ “ब्लू नोटिस” जारी किया गया था, जिसमें उपरोक्त व्यक्ति के अपराध से संबंधित पहचान, स्थान और गतिविधियों की अतिरिक्त जानकारी को एकत्र करने का उल्लेख था।
विदेश में बैठे गैंगस्टर्स पर NIA का शिकंजा
ग्रीस में छिपे हुए सतनाम सिंह (जिसे सट्टा के रूप में भी जाना जाता है) और फिलीपींस से एक्टिव अमरीक सिंह और मनदीप सिंह के खिलाफ एनआईए ने पिछले महीने एलओसी (लुक आउट सर्कुलर) जारी किए थे। इसके अलावा, दिल्ली की एक कोर्ट ने 24 अप्रैल को चार लोगों के खिलाफ गैर-जमानती वारंट (NBW) भी जारी किया था।
क्यों जरूरी है ब्लू नोटिस और एलओसी
एनआईए के एक अधिकारी ने नाम न छापने की मांग करते हुए बताया कि ब्लू नोटिस संदिग्ध व्यक्ति को ट्रेस करने में मदद करेगा, जबकि एलओसी यह सुनिश्चित करेगा कि आरोपी व्यक्तियों को भारतीय एयरपोर्ट या बंदरगाहों पर पकड़ा जाए। अधिकारी ने बताया कि सतनाम सिंह (जिसे जगदीप सिंह उर्फ जग्गू भगवानपुरिया के रूप में भी जाना जाता है) जग्गू भगवानपुरिया गिरोह का सदस्य है और अन्य खालिस्तानी आतंकवादी गतिविधियों से जुड़ा हुआ है, जो विदेशी भूमि पर एक्टिव हैं।
आतंकवादी हमलों से जुड़ा है मामला
इस मामले में खालिस्तानी संगठनों जैसे खालिस्तान लिबरेशन फोर्स (KLF), बब्बर खालसा इंटरनेशनल (BKI) और इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन (ISYF) आदि की कथित सांठगांठ है, जो उत्तर भारत में स्थित गैंगस्टरों और आतंकवादी हमलों, हथियारों की तस्करी में संलग्न हैं।