समाजवादी पार्टी का प्रशिक्षण कार्यक्रम पांच और छह जून को लखीमपुर खीरी जिले में आयोजित किया जाएगा। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव होंगे, जो इस अवसर पर भाषण करेंगे।
लोकसभा चुनाव 2024: समाजवादी पार्टी लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारी में जुट रही है और इसके कैडरों के लिए बूथ प्रबंधन और अन्य महत्वपूर्ण पहलुओं की जानकारी प्रदान करने के उद्देश्य से प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरुआत कर रही है। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम की पहली चरण लखीमपुर खीरी जिले में आदर्श जनता इंटर कॉलेज, देवकली, सैदापुर भाऊ में 5 और 6 जून 2023 को दो दिवसीय शिविर के साथ होगी।
समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय सचिव और मुख्य प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने रविवार को एक बयान में बताया कि खीरी जिले के प्रशिक्षण शिविर में बूथ स्तर से लेकर जिला स्तर तक के पांच हजार लोग भाग लेंगे। इस कार्यक्रम में बूथ प्रबंधन से लेकर 2024 के लोकसभा चुनाव के प्रबंधन तक की महत्वपूर्ण चर्चा होगी। छह जून को सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव इसे संबोधित करेंगे।
चौधरी ने बीजेपी पर हमला करते हुए कहा, “भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के 100 साल और आजादी के 75 वर्षों में समाजवादियों ने सामाजिक जीवन को समृद्ध और सशक्त बनाने के लिए कुछ जीवन मूल्यों, आदर्शों और सिद्धांतों को स्थापित किया है। बीजेपी की सरकार और सहयोगी संगठन लगातार उन समाजवादी मूल्यों को मिटाने का षड्यंत्र चला रहे हैं।”
सचेत करने का संकल्प लिया
राजेंद्र चौधरी ने कहा, “यदि ये मूल्य समाप्त हो जाएं, तो आजादी का कोई अर्थ नहीं रहेगा। इसलिए सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के नेतृत्व में लोक जागरण यात्रा और शिविरों के आयोजनों के माध्यम से हम अपने कार्यकर्ताओं में नई स्फूर्ति लाने और मतदाताओं को सतर्क करने का संकल्प लिया गया है।” उन्होंने कहा, “भारतीय संविधान समाजवाद, सामाजिक न्याय और पंथनिरपेक्षता की बात करता है, किन्तु बीजेपी सरकार की नीतियां लगातार पूंजीवादी और पूंजीपति समर्थक हो रही हैं। गरीबों की सुविधाओं में कटौती की जा रही है।”
उन्होंने कहा, “आरक्षण के खिलाफ माहौल बनाया जा रहा है। पिछड़े वर्गों के आरक्षण में लगातार कटौती की जा रही है। जातियों की जनगणना से इनकार किया जा रहा है, जो सामाजिक न्याय के लिए आवश्यक है।” चौधरी ने सत्ताधारी दल पर यह भी आरोप लगाया है कि “भारत की विविधता और बहुलतावादी संस्कृति को नष्ट कर एकरंगी संस्कृति थोपने का प्रयास किया जा रहा है। विपक्ष को लोकतंत्र में अपमानित करना राजतंत्र की घोषणा जैसा है।”