उत्तर प्रदेश की एसटीएफ ने जीएसटी चोरी और धोखाधड़ी के मामले में अतीक अहमद के भाई डॉ अखलाक के रिश्तेदार कमर अहमद काजमी को मेरठ से गिरफ्तार कर लिया है।
अतीक अहमद मामला: उत्तर प्रदेश के माफिया अतीक अहमद के संबंधितों पर प्रशासन द्वारा कड़ी कार्रवाई की जा रही है। एसटीएफ ने टैक्स चोरी के मामले में माफिया अतीक अहमद के भाई डॉ अखलाक के रिश्तेदार कमर अहमद काजमी को मेरठ से गिरफ्तार कर लिया है। यह कड़ी कार्रवाई लखनऊ और मेरठ की एसटीएफ द्वारा की गई है।
लखनऊ एसटीएफ ने माफिया अतीक अहमद के भाई डॉ अखलाक के रिश्तेदार कमर अहमद काजमी को 100 करोड़ की जीएसटी चोरी और धोखाधड़ी के मामले में गिरफ्तार किया है। मेरठ और लखनऊ एसटीएफ ने इस कार्रवाई को संयुक्त रूप से अंजाम दिया है। कमर अहमद काजमी की गिरफ्तारी मेरठ से हुई है, जो होटल ब्रॉडवे इन के मालिक हैं और हाल ही में दुबई से भारत लौटे हैं।
GST चोरी मामले हुई गिरफ्तारी
मेरठ के सिविल लाइन थाने में कमर अहमद काजमी के खिलाफ एक जीएसटी चोरी और धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया गया है, जिसमें उन्हें जीएसटी के ई-वे बिल बनाने और 100 करोड़ की धोखाधड़ी का आरोप लगाया गया है। कमर अहमद काजमी का मेरठ, दुबई, गुरुग्राम, उत्तराखंड और गाजियाबाद में बड़ा ग्लास का व्यापार है, और वे 8 बड़ी कंपनियों के मालिक हैं।
एसटीएफ कई फाइलों की जांच कर रही है, जिनमें कमर अहमद काजमी के संबंधित स्थानों, जैसे कि होटल ब्रॉडवे इन, की जानकारी है। मेरठ और लखनऊ की एसटीएफ टीम ने इस गोपनीय जाँच का समर्थन किया है और यह लंबे समय से जारी है। कमर अहमद काजमी का मुख्य ठिकाना टिवारी कैंपस के सामने कैंट रोड पर एक कोठी में है।
अतीक अहमद के फाइनेंसर की मौत
इस समय, अतीक अहमद के फाइनेंसर नफीस, जिन्हें नफीस बिरयानी भी कहा जाता है, ने हाल ही में प्रयागराज की नैनी जेल में दिल का दौरा पड़ने से जान देने का सामना किया है। नफीस उमेश पाल को हत्याकांड का आरोप लगाया गया था और पुलिस ने उसे आनापुर इलाके से मुठभेड़ में गिरफ्तार किया था। इसके पहले, पुलिस ने नफीस पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था।
मुठभेड़ के दौरान, नफीस को पैर में गोली लगने से घायल हो गया था, जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया था। यह घटना एक हत्याकांड के संदर्भ में हुई थी, और नफीस उमेश पाल इसका आरोपी बन गए थे।