बीजेपी के सामने सुभाषपा, अपना दल, और निषाद पार्टी ने आने वाले चुनाव के लिए अपनी सीटों की मांग प्रस्तुत की है। इन दलों ने मिलकर बीजेपी के साथ 8 से अधिक सीटों के लिए दावेदारी की है।
यूपी समाचार: उत्तर प्रदेश में, बीजेपी (BJP) द्वारा नेतृत्व किए जाने वाले एनडीए (NDA) के लिए चुनौती बढ़ रही है। सहयोगी दल अब बीजेपी पर सीटों के बंटवारे में दबाव डालने का प्रयास कर रहे हैं। इसके अलावा, सहयोगी दलों ने कुछ सीटों पर अपनी दावेदारी भी पेश कर दी है। बीजेपी के सहयोगी दल, जैसे कि सुभासपा, अपना दल (Apna Dal), और निषाद पार्टी (Nishad Party), ने मिलकर एक साथ अपनी सीटों की मांग की है।
आने वाले लोकसभा चुनाव के संदर्भ में, बीजेपी पर सहयोगी दल सीटों के बंटवारे और अपनी मांग को लेकर दबाव बना रहे हैं। सूत्रों के अनुसार, बीजेपी के साथ हाल ही में गठित होने वाले गठबंधन का हिस्सा बनने वाली सुभासपा ने 3 सीटों की मांग की है, जो आगामी चुनावों के लिए हैं। सुभासपा ने चंदौल, गाजीपुर, और घोसी सीटों पर दावेदारी की है। इसके अलावा, अपना दल (Apna Dal) ने भी 5 सीटों पर दावेदारी की है, जो मिर्जापुर, प्रतापगढ़, अंबेडकरनगर, फतेहपुर, और जालौन सहित हैं।
निषाद पार्टी की दावेदारी
इसके अलावा, यूपी सरकार के मंत्री डॉ. संजय निषाद ने निषाद पार्टी के प्रति पूर्वांचल की सीटों पर अपनी दावेदारी प्रस्तुत की है। वास्तविकता में, बीजेपी अपने सहयोगी दलों के साथ राज्य में लोकसभा चुनाव की तैयारी कर रही है। पार्टी ने हर लोकसभा सीट और 270 विधानसभा सीटों पर अपने प्रतिष्ठान्वित उम्मीदवारों को चुना है। इसके बाद, पार्टी ने हारी हुई सीटों पर अलग-अलग केंद्रीय मंत्रियों को जिम्मेदारी सौंपी है, जिन्होंने वहां की स्थिति की समीक्षा कर तैयारी शुरू की है।
यह जरूरी है कि यूपी में बीजेपी ने आगामी चुनावों के लिए “मिशन-80” का लक्ष्य रखा है, जिसका मतलब है 80 में 80 सीटों की जीत। इसे हासिल करने के लिए, पार्टी ने अपनी रणनीति को तेजी से काम में लाने का निर्णय लिया है। हाल के दिनों में, सीएम योगी आदित्यनाथ, यूपी बीजेपी के अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी, और डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने दिल्ली दौरे पर रहते हुए पीएम नरेंद्र मोदी, केंद्रीय मंत्री अमित शाह, और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकातें की हैं। इसके कारण, यूपी में राजनीतिक गतिविधियों में बढ़ोतरी हो रही है।