एक आरोप है कि 2015 से 2020 तक, माइक्रोसॉफ्ट ने Xbox पर खाता बनाने की प्रक्रिया के दौरान बच्चों से लिए गए डेटा को उनके माता-पिता की सहमति के बिना अपने पास रखा।
माइक्रोसॉफ्ट बाल डेटा एकत्र करता है: अमेरिका स्थित टेक कंपनी माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft) को संघीय व्यापार आयोग (FTC) द्वारा लगाए गए आरोपों का सामना करना होगा, और उसे 20 मिलियन डॉलर (165 करोड़ रुपये) का भुगतान करना होगा। FTC ने इस संबंध में सोमवार (5 जून) को जानकारी दी है। माइक्रोसॉफ्ट के खिलाफ यह आरोप है कि उसने बिना माता-पिता की सहमति के बच्चों की व्यक्तिगत जानकारी को अवैध रूप से चोरी किया है।
माइक्रोसॉफ्ट कंपनी को आरोप लगा है कि वह अपने Xbox गेमिंग सिस्टम पर साइन अप करने वाले बच्चों के व्यक्तिगत डेटा को चोरी किया है। उसने इस व्यक्तिगत डेटा को बच्चों के माता-पिता से किसी भी रूप में सहमति लिए बिना अपने पास रखा है। इसके परिणामस्वरूप, अमेरिकी सरकार ने माइक्रोसॉफ्ट के खिलाफ ऑनलाइन गोपनीयता संरक्षण अधिनियम (COPPA) के उल्लंघन का आरोप लगाया है।
कंपनी ने आरोपों का नहीं दिया जवाब
हालांकि, माइक्रोसॉफ्ट ने FTC द्वारा लगाए गए आरोपों का तत्कालिक जवाब नहीं दिया है। FTC ने एक आदेश जारी करके कहा है कि माइक्रोसॉफ्ट को अपने Xbox सिस्टम में चाइल्ड उपयोगकर्ताओं की गोपनीयता सुरक्षा में सुधार करने की आवश्यकता है। FTC ने बताया है कि यह आदेश ऑनलाइन गोपनीयता संरक्षण अधिनियम (COPPA) की सुरक्षा को तृतीय-पक्ष गेमिंग प्रकाशक के पास भेजेगा, जिसके साथ माइक्रोसॉफ्ट बच्चों का डेटा साझा करता है।
FTC के कंस्यूमर प्रोटेक्शन ब्यूरो के निदेशक सैमुअल लेवाइन ने यह बताया है कि हमारे द्वारा प्रस्तावित आदेश के तहत हम माता-पिता के लिए एक मंजूरी सिद्धांत पर काम करेंगे ताकि वे अपने बच्चों की गोपनीयता को Xbox पर सुरक्षित रख सकें।
बच्चों के लिए है COPPA कानून
संघीय व्यापार आयोग (FTC) के अनुसार, ऑनलाइन गोपनीयता संरक्षण अधिनियम (COPPA) आवश्यक करता है कि ऑनलाइन सेवाओं और वेबसाइटों को 13 साल से कम उम्र के बच्चों की व्यक्तिगत जानकारी को कलेक्ट करने से पहले उनके माता-पिता को सूचित करें। यह आवश्यक है कि किसी भी जानकारी का उपयोग करने से पहले बच्चों के माता-पिता से अनुमति प्राप्त की जाए।
माइक्रोसॉफ्ट ने साल 2015 से 2020 तक Xbox पर अकाउंट बनाने के प्रक्रिया के दौरान बच्चों से उनकी जानकारी को अपने पास रखा है। उन्होंने इसके लिए बच्चों के माता-पिता से किसी भी तरह की अनुमति प्राप्त नहीं की।