असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, “मैंने कई बार बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार की निंदा की है। अगर योगी आदित्यनाथ को यह सब नहीं दिख रहा है, तो उन्हें एक चश्मा लगा लेना चाहिए।”
असदुद्दीन ओवैसी का योगी आदित्यनाथ पर हमला: यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ और एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी के बीच एक बार फिर जुबानी जंग शुरू हो गई है, इस बार बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हो रहे अत्याचारों को लेकर। इस विवाद की शुरुआत तब हुई जब योगी आदित्यनाथ ने ओवैसी से सवाल किया कि वे हिंदुओं के अधिकारों के लिए क्यों नहीं बोलते, जबकि वे फिलिस्तीन के समर्थन में हमेशा आवाज उठाते हैं, लेकिन बांग्लादेश में हिंदुओं और मंदिरों पर हमलों पर उनकी चुप्पी क्यों है।
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए ओवैसी ने कहा कि अगर योगी आदित्यनाथ के कान ठीक से नहीं सुन रहे हैं, तो उन्हें एक ईएनटी स्पेशलिस्ट को दिखाना चाहिए और अपने कान की जांच करानी चाहिए।
आंख पर चश्मा लगाने की भी सलाह
असदुद्दीन ओवैसी ने बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हो रहे अत्याचारों पर सीएम योगी आदित्यनाथ की टिप्पणी का जवाब देते हुए कहा कि बांग्लादेश में हो रहे घटनाओं के लिए वे जिम्मेदार नहीं हैं। उन्होंने याद दिलाया कि बांग्लादेश के साथ उनके पुराने रिश्ते हैं और उन्होंने चुनावों में शेख हसीना की मदद की थी। ओवैसी ने कहा कि उन्होंने पहले भी बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार की निंदा की है और अगर योगी को इससे कम दिखाई देता है या सुनाई देता है, तो उन्हें चश्मा और कान में आला लगाना चाहिए।
फिलिस्तीन मुद्दे पर ओवैसी ने टिप्पणी की कि फिलिस्तीन में इजरायल के अत्याचारों के बारे में महात्मा गांधी, पीएम नरेंद्र मोदी, और वर्तमान विदेश मंत्री ने क्या कहा है, इसे देखना चाहिए। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी को स्पष्ट करना चाहिए कि देश संविधान के अनुसार चलेगा या बांग्लादेश में हो रही घटनाओं के अनुसार।