बॉम्बे हाईकोर्ट की नई बिल्डिंग में बड़ा सा कोर्टरूम, जजों और रजिस्ट्री कर्मियों के लिए कक्ष, एक मध्यस्थता केंद्र, एक सभागार, पुस्तकालय और कर्मचारियों, वकीलों और वादियों के लिए अनेक सुविधाएं होंगी.
भारत के मुख्य न्यायाधीश डी. वाई. चंद्रचूड़ ने हाल ही में मुंबई के बांद्रा में बॉम्बे हाईकोर्ट के नए परिसर की आधारशिला रखते समय एक अनोखा अंदाज दिखाया। कार्यक्रम के दौरान उन्होंने आमिर खान की फिल्म ‘दिल चाहता है’ का लोकप्रिय गाना गुनगुनाया, जिससे यह साबित हुआ कि उनके व्यक्तित्व में एक हल्का-फुल्का पहलू भी है।
मुख्य न्यायाधीश चंद्रचूड़ ने कहा, “मेरा संबोधन आइकॉनिक फिल्म ‘दिल चाहता है’ से प्रेरित है।” उन्होंने यह भी बताया कि इस गाने के बोल “हम हैं नए, अंदाज क्यों हो पुराना” उनके मन में गूंज रहे थे, क्योंकि वे एक नए अध्याय की शुरुआत करने जा रहे हैं। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि बॉम्बे हाईकोर्ट बॉलीवुड के थोड़े करीब है, इसलिए उन्हें यह गाना याद आया।
सीजेआई चंद्रचूड़ ने इस मौके पर नवाचार और प्रगति की बात करते हुए कहा कि वे हाईकोर्ट की समृद्ध विरासत और मूल्यों को ध्यान में रखते हुए आगे बढ़ेंगे। उनके इस अंदाज ने कार्यक्रम को और भी खास बना दिया और दर्शकों को उनके व्यक्तित्व की एक नई झलक दिखाई।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार, सुप्रीम कोर्ट के सीनियर जज और हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश डी के उपाध्याय ने हाल ही में बॉम्बे हाईकोर्ट के नए परिसर के उद्घाटन समारोह में भाग लिया। इस नए परिसर में एक बड़ा कोर्टरूम, जजों और रजिस्ट्री कर्मियों के लिए कक्ष, मध्यस्थता केंद्र, सभागार, पुस्तकालय और वकीलों, कर्मचारियों और वादियों के लिए कई सुविधाएं उपलब्ध होंगी।
महाराष्ट्र सरकार ने बताया कि हाईकोर्ट के लिए 30.16 एकड़ भूमि का कब्जा चरणबद्ध तरीके से सौंपा जाएगा। इनमें से 4.39 एकड़ की पहली किस्त पहले ही दी जा चुकी है। एक अधिकारी ने जानकारी दी कि बॉम्बे हाईकोर्ट की स्थापना 16 अगस्त 1862 को हुई थी और यह वर्तमान में फ्लोरा फाउंटेन (हुतात्मा चौक) के पास स्थित है, जहां यह नवंबर 1878 से कार्यरत है।
बॉम्बे हाईकोर्ट की मुख्य पीठ मुंबई में है, जबकि इसकी अन्य पीठें नागपुर, औरंगाबाद और गोवा में भी हैं। यह हाईकोर्ट दादरा और नागर हवेली, तथा दमन और दीव पर भी अधिकार क्षेत्र रखता है। एक विज्ञप्ति में बताया गया है कि हाईकोर्ट में जजों की स्वीकृत संख्या 94 है, जबकि वर्तमान में 66 जज कार्यरत हैं।