कांग्रेस पार्टी ने राजस्थान में नियुक्तियों की एक लंबी सूची जारी की है, जिसमें पदाधिकारियों की नियुक्ति भी शामिल है. मेवाड़ क्षेत्र की 28 सीटों को मजबूत करने के लिए वरिष्ठ नेताओं को शामिल किया गया है। साथ ही जातिगत प्रतिनिधित्व पर भी ध्यान दिया गया है.
राजस्थान कांग्रेस के नए जिला अध्यक्ष: राजस्थान में कांग्रेस द्वारा एक लंबी सूची जारी की गई है, जिसमें पदाधिकारियों की नियुक्तियां शामिल हैं। इस सूची में मेवाड़ क्षेत्र की 28 विधानसभा सीटों को संघटित करने के लिए वरिष्ठ नेताओं का सहारा लिया गया है। यह नियुक्तियां चुनाव से 3 महीने पहले ही कियी गई हैं। कांग्रेस ने इसमें जातिगत समीकरण का ध्यान भी रखा है।
मेवाड़ क्षेत्र की मुख्यालय उदयपुर में, इस कार्यकारिणी में 7 नेताओं को शामिल किया गया है। पूर्व केंद्रीय मंत्री गिरिजा व्यास के भाई गोपाल शर्मा को महासचिव बनाया गया है, जो पिछले 8 साल से जिलाध्यक्ष का पद संभाल रहे हैं। शहर में जिलाध्यक्ष पद के लिए फतह सिंह राठौड़ और देहात में जिलाध्यक्ष पद के लिए कचरू लाल चौधरी को नियुक्त किया गया है। पूर्व विधायक हीरालाल दरांगी को प्रदेश उपाध्यक्ष, पूर्व देहात में जिलाध्यक्ष रहे लाल सिंह झाला को प्रदेश महासचिव, और भीम सिंह चुंडावत और दिनेश श्रीमाली को प्रदेश सचिव बनाया गया है। दिनेश श्रीमाली ने उदयपुर शहर से पिछले विधानसभा चुनाव में प्रतिस्पर्धा की थी, जहां उन्हें हार का सामना करना पड़ा था।
बांसवाड़ा जिला पूर्व विधायक और जिलाध्यक्ष को फिर दी कमान
बांसवाड़ा जिले में रमेशचंद्र पंड्या को जिलाध्यक्ष का पद सौंपा गया है। उन्हें सीएम गहलोत के करीबी नेता के रूप में माना जाता है। पंड्या ने बांसवाड़ा से विधायक के पद को दस साल पहले हासिल किया था और इस समय से ही जिलाध्यक्ष की कमान संभाल रखी है। उनकी नियुक्ति से यह संकेत मिल रहा है कि पंड्या को ब्राह्मण और सामान्य वर्ग को संगठित करने का प्रयास किया जा रहा है। इसके अलावा, पूर्व बांसवाड़ा जिलाध्यक्ष चांदमल जैन को प्रदेश महासचिव का पद दिया गया है।
डूंगरपुर जिला : पिता के बाद बेटे को मिली जिला कांग्रेस की कमान
डूंगरपुर जिले में कांग्रेस ने जिलाध्यक्ष के पद को वल्लभराम पाटीदार को सौंपा है। पहले इस पद पर वल्लभराम के पिता भानजी भाई रह चुके थे। वल्लभराम पहले से ही पार्टी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष रह चुके हैं और उन्होंने पार्टी में लगभग चार दशकों से सेवाएं दी हैं। इससे पहले जिलाध्यक्ष पद पर दिनेश खोड़निया थे, जिन्होंने सामान्य वर्ग की समर्थन की थी। अब पार्टी ने वल्लभराम को मौका देकर ओबीसी समुदाय को संगठित करने का प्रयास किया जा रहा है।
चित्तौड़गढ़ जिला : प्रधान को जिलाध्यक्ष की कमान
चित्तौड़गढ़ जिले में कांग्रेस ने भेरूलाल चौधरी को जिलाध्यक्ष के पद पर नियुक्त किया है। वह चित्तौड़गढ़ जिले की कपासन पंचायत समिति के प्रधान हैं और वे पार्टी से बहुत समय से जुड़े हुए हैं। जिलाध्यक्ष पद की लंबी सूची में और भी उम्मीदवारों के नाम थे, लेकिन इस बार ग्रामीण क्षेत्र को महत्वपूर्णता दी गई और भेरूलाल को मौका मिला है।