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इसरो का सौर मिशन आदित्य एल16…

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इसरो के प्रमुख एस. सोमनाथ ने बताया है कि हम आदित्य L1 के इंजन को बहुत नियंत्रित तरीके से ऑपरेट करेंगे, ताकि यह ‘हेलो ऑर्बिट’ कक्षा में प्रवेश कर सके। इसके बाद, आगे के काम का आयोजन किया जाएगा।

इसरो सौर मिशन नवीनतम समाचार: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के सौर मिशन के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी सामने आई है। इसरो के प्रमुख एस. सोमनाथ ने गुरुवार (28 दिसंबर) को बताया कि सौर मिशन आदित्य L1 पॉइंट पर 6 जनवरी को पहुंचेगा, जो सूर्य-पृथ्वी प्रणाली के लैग्रेंज पॉइंट 1 (एल1) है। इस स्थान से स्पेस शिप बिना किसी बाधा के सूर्य का अध्ययन करेगी। यह मिशन सितंबर महीने में शुरू किया गया था।

भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) बंबई के ‘टेकफेस्ट 2023’ प्रोग्राम में अवतरित होकर इसरो प्रमुख सोमनाथ ने यह बताया कि आदित्य एल1 अब लगभग वहां पहुंच चुका है। आदित्य एल1 6 जनवरी को शाम 4 बजे लैग्रेंज पॉइंट पर पहुंच जाएगा। सोमनाथ ने जोड़ते हुए कहा, “हम आदित्य एल1 के इंजन को बहुत नियंत्रित तरीके से ऑपरेट करेंगे, ताकि वह हेलो ऑर्बिट नामक कक्षा में प्रवेश कर सके।”

क्या है लैग्रेंज पॉइंट

‘लैग्रेंज पॉइंट’ एक क्षेत्र है जहां पृथ्वी और सूर्य के बीच गुरुत्वाकर्षण निष्क्रिय हो जाता है। एस. सोमनाथ ने बताया कि गुरुत्वाकर्षण पूरी तरह से बेअसर होना संभव नहीं है, क्योंकि चंद्रमा, मंगल, शुक्र, जैसे अन्य ग्रह भी इस क्षेत्र में होते हैं। उन्होंने बताया कि सभी छह पेलोड का परीक्षण सफलतापूर्वक किया गया है और वे सभी अच्छे से काम कर रहे हैं। सोमनाथ ने यह भी जोड़ते हुए कहा कि सभी से बहुत अच्छी जानकारी मिल रही है।

चंद्रयान-3 के बारे में भी की बात

भारत के चंद्रयान-3 के संबंध में एस. सोमनाथ ने बताया कि प्रज्ञान रोवर ने चंद्रमा की सतह पर 14 दिनों के लिए डेटा एकत्र करने के बाद हमेशा के लिए बंद हो गया है। उन्होंने कहा कि वाणिज्यिक कारणों और अन्य कारणों से चंद्रमा की सतह पर कुछ सिस्टम रोवर काम नहीं कर पा रहे हैं।

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