सुरेश गोपी उन सांसदों में शामिल हैं, जिन्होंने 9 जून को 71 सांसदों के साथ शपथ ली थी। शपथ समारोह के बाद मीडिया में खबर आई कि सुरेश गोपी मंत्री पद नहीं चाहते थे।
इस्तीफे पर सुरेश गोपी: केरल से बीजेपी सांसद सुरेश गोपी ने उन खबरों का खंडन किया है, जिसमें कहा था कि वह केंद्रीय मंत्री पद से इस्तीफा देंगे। केरल से बीजेपी के एक मात्र सांसद सुरेश गोपी को मोदी 3.0 कैबिनेट में जगह दी गई। रविवार (9 जून) को शपथ ग्रहण करने के बाद यह खबर सामने आई थी कि सुरेश गोपी केंद्रीय मंत्री पद से इस्तीफा दें देंगे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक उन्होंने कहा था कि वो मंत्री पद नहीं चाहते थे और जल्द ही उन्हें इस पद से मुक्त कर दिया जाएगा।
राज्य मंत्री बनाए जाने से नाखुश – रिपोर्ट
कई मीडिया रिपोर्ट्स में ये दावा किया जा रहा था कि सुरेश गोपी खुद को राज्य मंत्री बनाए जाने से नाखुश थे। उन्हें उम्मीद थी कि उन्हें कैबिनेट मंत्री या कम से कम राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार दिया जाएगा।
गलत खबर फैलाया जा रहा – सुरेश गोपी
अब केरल से बीजेपा सांसद सुरेश गोपी ने साफ किया कि वह इस्तीफा नहीं देंगे। सुरेश गोपी ने एक्स पर पोस्ट कर कहा, “कुछ मीडिया प्लेटफॉर्म गलत खबरें फैला रहे हैं कि मैं मोदी सरकार के मंत्रिपरिषद से इस्तीफा देने जा रहा हूं, जो कि सरासर गलत है। पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हम केरल के विकास के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
केरल में पहली बार बीजेपी को कोई सांसद बना
सुरेश गोपी मलयालम फिल्मों के सुपरस्टार हैं। उन्होंने कहा था कि मैंने कई फिल्में साइन की हुई हैं और उन्हें पूरा करना है। उन्होंने त्रिशूर के सांसद के तौर पर वहां के लोगों के लिए काम करते रहने की बात भी कही थी। सुरेश गोपी वह सांसद हैं, जिन्होंने दक्षिण भारत के राज्य केरल में बीजेपी को वह ऐतिहासिक विजय दिलाई, जो उसे कभी नहीं मिली थी। पहली बार बीजेपी ने केरल में कोई लोकसभा सीट जीती और वो सीट सुरेश गोपी ने ही उन्हें दिलवाई।
केरल से सुरेश गोपी के अलावा उस राज्य के बीजेपी महासचिव जॉर्ज कुरियन को भी पीएम नरेंद्र मोदी के 71 सदस्यीय कैबिनेट में शामिल किया गया। साल 2026 में केरल में विधानसभा चुनाव है, ऐसे में कुरियन को मंत्रिमंडल में शामिल करना ईसाई समुदाय तक बीजेपी की पहुंच के तौर पर देखा जा रहा है।