रविवार (30 जुलाई) को पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में विस्फोट हुआ था, जब कट्टरपंथी JUI-F (Jamiat Ulema-e-Islam Fazl) पार्टी के 400 से ज्यादा सदस्य खार शहर में एक सभा के लिए एकत्र हो गए थे।
पाकिस्तान विस्फोट: सोमवार (31 जुलाई) को पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में हुए आत्मघाती बम विस्फोट की जिम्मेदारी इस्लामिक स्टेट समूह (ISIS) ने ली, जिसमें तालिबान समर्थक पार्टी जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम-फजल (JUI-F) की चुनावी रैली में कम से कम 54 लोगों की मौत हो गई। इस हमले में 23 बच्चे भी शामिल थे। यह हाल के कुछ सालों में हुए सबसे खराब हमलों में से एक था।
खुरासान प्रांत में इस्लामिक स्टेट ने अपनी अमाक वेबसाइट पर पोस्ट किए गए एक बयान में यह दावा किया है। उस बयान में बताया गया है कि हमलावर ने एक विस्फोटक जैकेट पहन रखा था। इस्लामिक स्टेट की लोकल यूनिट ने इससे पहले भी JUI-F के नेताओं को निशाना बनाया है, क्योंकि वह उन्हें अलगाववादी मानती है।
PML-N की गठबंधन पार्टी की रैली
रविवार (30 जुलाई) को पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में एक विस्फोट हुआ था, जिसमें कट्टरपंथी जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम-फजल (JUI-F) के 400 से अधिक सदस्य खार शहर में एक सभा के लिए एकत्रित हुए थे। इस शहर की सीमा अफगानिस्तान से लगती है। JUI-F पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (PML-N) की शहबाज शरीफ के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार का हिस्सा है। इस हमले का समय ऐसा चुना गया था जब पाकिस्तान की राजनीतिक पार्टियां आने वाले महीनों में होने वाले आम चुनाव के लिए प्रचार की शुरुआत कर रही हैं।
पाकिस्तान के राष्ट्रपति ने की प्रार्थना
पाकिस्तान के राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने हमले में मारे गए लोगों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की। उन्होंने घायलों को शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की और उन्हें समय पर इलाज मुहैया कराने पर जोर दिया। रविवार को जारी एक बयान के मुताबिक खैबर पख्तूनख्वा के कार्यवाहक मुख्यमंत्री आजम खान ने पुलिस से धमाके को लेकर विस्तृत रिपोर्ट तलब की है। उन्होंने पेशावर स्थित सैन्य अस्पताल का दौरा किया और हमले में घायलों के स्वास्थ्य की जानकारी ली।
‘चारों ओर सिर्फ मौतें’
चश्मदीद रहीम शाह ने एक समाचार वेबसाइट को बताया कि जब धमाका हुआ, तो उस समय सम्मेलन में 500 से अधिक लोग मौजूद थे। उन्होंने कहा, “हम बयान सुन रहे थे तभी जोरदार धमाका हुआ जिससे मैं बेहोश हो गया।” शाह ने बताया कि जब उन्हें होश आया, तो चारों ओर खून बिखरा हुआ था। उन्होंने कहा कि लोग चीख रहे थे और उस समय गोली चलने की आवाजें सुनाई दे रही थीं। JUI-F के समर्थक 24 वर्षीय सबीनुल्लाह ने बताया कि घायलों की संख्या भयभीत करने वाली थी। उन्होंने कहा, “चारों तरफ कटे हुए पैर, शरीर के हिस्से पड़े हुए थे। मैं ऐसे व्यक्ति के पास गिरा हुआ था, जिसके पैर कट गए थे।” JUI-F के मीडिया प्रकोष्ठ की तरफ से जारी एक बयान में पार्टी अध्यक्ष ने घटना पर दुख व्यक्त किया है और प्रधानमंत्री शरीफ और प्रांतीय सरकार से हमले की जांच की मांग की।