सरकार ने एयरलाइनों को बम से उड़ाने की धमकियों के मामलों में प्रमुख मल्टीनेशनल आईटी कंपनियों, मेटा और एक्स, से डेटा साझा करने का निर्देश दिया है।
उड़ान बम की धमकियाँ: विमानों को लगातार मिल रही झूठी बम धमकियों ने सुरक्षा एजेंसियों और सरकार को सतर्क कर दिया है। इस संदर्भ में, सरकार ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म मेटा और एक्स को डेटा साझा करने का निर्देश दिया है। हाल ही में, सरकार ने इन धमकियों को गंभीरता से लेते हुए उनके पीछे के व्यक्तियों की पहचान करने का काम शुरू कर दिया है। जानकारी के अनुसार, गुरुवार को 80 से अधिक उड़ानों को धमकियां मिली थीं।
सरकार ने प्रमुख मल्टीनेशनल आईटी कंपनियों से भी इस तरह की फर्जी कॉल के पीछे के लोगों की पहचान में सहायता करने का अनुरोध किया है। पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, सरकार ने इन झूठी धमकियों में शामिल कुछ लोगों का पता लगा लिया है और उनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। हालांकि, इस मामले में विस्तृत जानकारी अभी तक उपलब्ध नहीं है।
पिछले 11 दिनों में 250 से अधिक उड़ानों को बम की धमकी
सूत्रों के अनुसार, पिछले 11 दिनों में भारतीय एयरलाइंस द्वारा संचालित 250 से अधिक उड़ानों को बम की धमकियां मिली हैं, जिनमें से अधिकांश सोशल मीडिया के जरिए जारी की गईं। इस मामले में सरकार ने मेटा और एक्स जैसी सोशल मीडिया कंपनियों से अनुरोध किया है कि वे उन फर्जी कॉल और संदेशों से संबंधित डेटा साझा करें जो कई एयरलाइंस को लक्षित करते हैं।
जानकारी के अनुसार, एयर इंडिया, विस्तारा और इंडिगो की लगभग 20 उड़ानों को बम से उड़ाने की धमकी मिली, जबकि आकाश एयर की 13 उड़ानों को इसी तरह की धमकी दी गई। इसके अलावा, एलायंस एयर और स्पाइसजेट की लगभग 5-5 उड़ानों को भी बम से उड़ाने की धमकी मिली।
इंडिगो के प्रवक्ता ने बताया कि उन्हें 20 उड़ानों के लिए सुरक्षा संबंधी अलर्ट प्राप्त हुए हैं। उन्होंने कहा कि गुरुवार को आकाश एयर की 13 उड़ानों को भी सुरक्षा अलर्ट मिले, लेकिन गहन जांच के बाद सभी संबंधित विमानों को परिचालन के लिए सुरक्षित माना गया। विस्तारा के प्रवक्ता ने कहा कि उनकी कुछ उड़ानों को सोशल मीडिया पर सुरक्षा संबंधी धमकियां मिली हैं। कोच्चि हवाई अड्डे से आने-जाने वाली कम से कम 6 उड़ानों को भी गुरुवार को बम से उड़ाने की धमकी मिली, जिसमें दुबई से कोच्चि जाने वाली स्पाइसजेट की एक उड़ान भी शामिल थी।
नागरिक उड्डयन मंत्री के राममोहन नायडू ने हाल ही में कहा कि सरकार एयरलाइंस को बम की धमकी देने की घटनाओं से निपटने के लिए विधायी कार्रवाई की योजना बना रही है, जिसमें ऐसे धमकी देने वालों को नो-फ्लाई सूची में डालने का प्रावधान भी शामिल है।