कांग्रेस द्वारा कर्नाटक के पशुपालन मंत्री के. वेंकटेश के गोहत्या पर प्रतिबंध हटाने को लेकर दिए गए बयान पर उनसे बात की गई है।
कर्नाटक: कांग्रेस ने वेंकटेश, कर्नाटक के पशुपालन मंत्री, द्वारा गोहत्या पर प्रतिबंध हटाने संबंधी बयान को लेकर उनसे बातचीत की है। पार्टी के महासचिव और कर्नाटक प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला ने वेंकटेश को यह सूचित किया कि उन्हें अपने विभाग पर ध्यान देना चाहिए और नीतिगत निर्णय नहीं लेना चाहिए। सुरजेवाला ने बताया कि गोहत्या का मुद्दा उनके अधिकारक्षेत्र से सम्बंधित नहीं है और इसलिए वह उस पर निर्णय नहीं लेना चाहिए। उन्होंने वेंकटेश से कहा है कि वह अपना ध्यान डेयरी किसानों के मामलों पर समेटें और उन्हें उचित मूल्य पर दूध बेचने की सुनिश्चितता दें।
बीजेपी ने क्या कहा?
बीजेपी के नेता और केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री पुरुषोत्तम रूपाला ने मंगलवार (6 जून) को कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी को इस मुद्दे पर बोलने की अपील की है। उन्होंने खरगे और सोनिया गांधी से पार्टी के दृष्टिकोण को स्पष्ट करने की मांग की है और पूछा है कि क्या कांग्रेस चाहती है कि उनकी सरकार गोहत्या से अपना कार्यकाल शुरू करें।
के. वेंकटेश ने क्या कहा था?
न्यूज एजेंसी पीटीआई के अनुसार, कर्नाटक के पशुपालन मंत्री के. वेंकटेश ने शनिवार (3 जून) को संकेत दिया था कि कांग्रेस द्वारा नेतृत्वित नवनिर्मित सरकार पूर्ववर्ती भाजपा सरकार द्वारा लागू किए गए ‘गोहत्या विरोधी’ कानून की समीक्षा कर सकती है। उन्होंने यह भी प्रश्न किया था कि यदि भैंसों की हत्या की जा सकती है तो गायों के साथ ऐसा क्यों नहीं होता।
न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया से इस बयान पर पूछा गया था और उन्होंने कहा था कि मंत्रिमंडल इस मुद्दे पर चर्चा करेगा। यह बताने के लिए कि कांग्रेस ने कर्नाटक के 224 सीटों में से 135 सीटों पर विजय प्राप्त करके सरकार बनाई थी।