भाषण में भारत जोड़ो यात्रा से शुरुआत करने के बाद, राहुल गांधी ने मणिपुर मुद्दे पर भी अपनी बात रखी।
संसद का मानसून सत्र: अविश्वास प्रस्ताव की चर्चा के दूसरे दिन, कांग्रेस के नेता राहुल गांधी ने सदन को संबोधित किया। उन्होंने जोरदार भाषण द्वारा मोदी सरकार पर हमला किया। इस भाषण के परिणामस्वरूप राहुल गांधी के वक्ता सांसद इमरान प्रतापगढ़ी ने उनकी प्रशंसा की। सदस्यता बहाली के बाद पूरे देश में उत्सुकता थी कि राहुल गांधी लोकसभा में भाषण दें। इमरान प्रतापगढ़ी ने यह भी जताया कि राहुल गांधी ने बीजेपी सरकार की पोल खोल दी है। इस स्थिति में बीजेपी सरकार आत्मसमर्पण में है। उन्होंने यह भी कहा कि राहुल गांधी के बयान पर स्मृति ईरानी या किसी अन्य नेता का पलटवार सिर्फ एक अवश्यक उत्तर है जो केवल खिसियाहट का कारण होता है।
लोकसभा में राहुल गांधी के भाषण पर क्या बोली कांग्रेस?
अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा में भाग लेते समय राहुल गांधी ने मणिपुर मुद्दे का भी विचार किया। कांग्रेस के नेता इमरान प्रतापगढ़ी के अनुसार राहुल गांधी ने मणिपुर के अपने भाषण में उसकी दुखद प्रासंगिकता को जानेर साबित किया। उन्होंने अपने भाषण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मणिपुर के प्रति अपनी दृष्टि की अभावना पर सवाल उठाया।
राहुल गांधी ने इस बारे में आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री मोदी ने मणिपुर को भारत का एक अभिन्न हिस्सा मानने के बजाय इसे अलग रखा है। कांग्रेस के नेता इमरान प्रतापगढ़ी के अनुसार पहले मायावती की पार्टी ने यह कहा था कि राहुल गांधी ने मणिपुर की हिंसा के मामले को उठाने में विफलता प्राप्त की है। इसके परिणामस्वरूप, विपक्षी गठबंधन में कांग्रेस भारत की सबसे बड़ी पार्टी होने के कारण उससे अधिक मणिपुर में जातिगत हिंसा के मुद्दे को उठाने की उम्मीद रखता था।