नेपाल और भारत के बीच कुल 1850 किलोमीटर लंबी सीमा है। नेपाली अदालत ने आपराधिक गतिविधियों को रोकने के लिए दोनों देशों के बीच सीमा प्रबंधन के समझौते की स्थिति पर चर्चा की है।
भारत-नेपाल सीमा: नेपाली सरकार को नेपाली सुप्रीम कोर्ट ने सीमा प्रबंधन के लिए भारत के साथ अतिरिक्त संधियों और समझौतों को बनाने की सलाह दी है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि आपराधिक गतिविधियों को रोकने की नीयत से दोनों पड़ोसी देशों को समानता और पारस्परिक हितों के आधार पर भारत के साथ अतिरिक्त संधियों और समझौतों पर हस्ताक्षर करना चाहिए। सुप्रीम कोर्ट ने दोनों देशों के बीच खुली सीमा की बेहतर देखभाल के लिए भी भारत-नेपाल को साथ आकर फैसले लेने की बात कही है।
सुप्रीम कोर्ट ने यह फैसला सीमा मामलों के विशेषज्ञ बुद्धि नारायण श्रेष्ठ और वकील चंद्रकांत ग्यावली की ओर से दायर याचिका के जवाब में दिया है। ये आदेश न्यायमूर्ति प्रकाश मान सिंह राउत और न्यायमूर्ति पुरूषोत्तम भंडारी की पीठ ने दिया है। इसमें प्रधानमंत्री कार्यालय और मंत्रिपरिषद, संघीय संसद सचिवालय, विदेश मंत्रालय, रक्षा मंत्रालय, गृह मंत्रालय सहित के नाम पर आदेश दिया गया है।
याचिकाकर्ता बुद्धि नारायण श्रेष्ठ ने आदेश के हवाले से बताया, ‘क्योंकि नेपाल और भारत के बीच खुली सीमा का अवांछित तत्वों ने अक्सर दुरुपयोग किया है, इसलिए इसे ड्रोन और सीसीटीवी जैसी नवीनतम तकनीकों का इस्तेमाल करके सुरक्षा एजेंसियां इसकी निगरानी करेंगी। अदालत ने सरकारी अधिकारियों से खुली सीमा के प्रभावी प्रबंधन और देखभाल और निगरानी को सुनिश्चित करने के लिए राजनीतिक और राजनयिक पहल के जरिये समानता और पारस्परिक हितों के आधार पर समझौते करने को कहा है।’ न्यायाधीशों ने 25 अप्रैल, 2021 को आदेश जारी किया था, फैसले का पूरा ब्यौरा हाल में जारी किया गया।
कितनी लंबी है भारत-नेपाल की सीमा?
नेपाल की सीमा पांच भारतीय राज्यों से लगती है। नेपाल की दक्षिणी सीमा उत्तर प्रदेश और बिहार को छूती है, जबकि इसकी पश्चिमी सीमा उत्तराखंड से सटी है। देश के पूर्वी हिस्से में इसकी सीमा पश्चिम बंगाल और सिक्किम से लगती है। कुल मिलाकर, नेपाल की भारत के साथ 1,850 किलोमीटर लंबी साझा सीमा है।
भारत-नेपाल के रिश्ते कैसे हैं?
भारत और नेपाल के रिश्ते भौगोलिक और ऐतिहासिक दृष्टि से बहुत करीब हैं. दोनों देशों के बीच सीमा खुली हुई है, और आने-जाने में कोई प्रतिबंध नहीं होता है, लेकिन व्यापार या किसी व्यवसायिक उद्देश्य के लिए अनुमति की आवश्यकता होती है.
भारत और नेपाल के समीपस्थ राज्यों में विवाह की प्रथा काफी प्रचलित है, और दोनों देशों के लोग बड़े पैमाने पर शादी करते हैं. आम तौर पर, भारत और नेपाल के संबंधों को “रोटी-बेटी का रिश्ता” भी कहा जाता है, जो इसके दरम्यान एक गहरा साझा संबंध को दर्शाता है।