प्रियंका गांधी ने हाल ही में वायनाड में एक रोड शो किया, जहां उन्होंने स्थानीय ईसाई समुदाय के लोगों से मुलाकात की।
प्रियंका गांधी वाड्रा ने रविवार (10 नवंबर 2024) को केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन की टिप्पणी का कड़ा जवाब दिया, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया था कि कांग्रेस नेता वायनाड लोकसभा उपचुनाव जमात-ए-इस्लामी के समर्थन से लड़ रही हैं। प्रियंका ने कहा कि चुनाव असल मुद्दों पर लड़ा जाना चाहिए और लोगों को भटकाने की बजाय विकास, महंगाई और बेरोजगारी जैसे वास्तविक मुद्दों पर चर्चा करनी चाहिए।
प्रियंका गांधी ने कहा, “राजनीतिक नेताओं को विकास जैसे मुद्दों पर बात करनी चाहिए। वायनाड के लिए उन्होंने क्या किया है? उन्हें इसी पर बात करनी चाहिए। चुनाव उन मुद्दों पर लड़ा जाना चाहिए जो लोगों को प्रभावित करते हैं, जैसे महंगाई, बेरोजगारी और विकास। हमें लोगों को भटकाना नहीं चाहिए।”
प्रियंका गांधी की यह प्रतिक्रिया मुख्यमंत्री पिनराई विजयन के फेसबुक पोस्ट के बाद आई, जिसमें उन्होंने कांग्रेस पार्टी का “धर्मनिरपेक्ष मुखौटा” उतारने का आरोप लगाया था। विजयन ने लिखा था, “प्रियंका गांधी वहां जमात-ए-इस्लामी के समर्थन से उम्मीदवार बन रही हैं। तो, कांग्रेस की स्थिति क्या है?” इसके अलावा, उन्होंने सवाल उठाया कि क्या कांग्रेस और उसके सहयोगी मुस्लिम लीग, जमात-ए-इस्लामी के साथ गठबंधन बनाए रखने के लिए कुछ “बलिदान” कर रहे हैं।
प्रियंका गांधी का रोड शो और समुदायों से संवाद
प्रियंका गांधी ने वायनाड में सुबह एक रोड शो किया और वहां के ईसाई समुदाय से मुलाकात की। उन्होंने आश्वासन दिया कि वह ईसाई समुदाय की मांगों के लिए भी उतनी ही मेहनत करेंगी जितनी वह अन्य समुदायों के लिए करती हैं। प्रियंका गांधी ने कहा, “लोगों ने मुझे बहुत सारा प्यार और समर्थन दिया है, इसके लिए मैं आभारी हूं। मैं यहां प्रचार करके खुश हूं। मैंने कई लोगों से मुलाकात की है, खासकर ईसाई समुदाय से। मैं उनके मुद्दों के लिए भी उतनी ही लड़ाई लड़ूंगी जितनी मैं सबके लिए लड़ती हूं। मैं उनसे बात करूंगी, ठीक से समझूंगी और उनका समर्थन करूंगी।”
वायनाड लोकसभा सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला होगा, जिसमें प्रियंका गांधी कांग्रेस के उम्मीदवार के तौर पर भाजपा की नव्या हरिदास और वाम गठबंधन के सथ्येन मोकरी से मुकाबला करेंगी। वायनाड लोकसभा उपचुनाव 13 नवम्बर को होगा। जून में हुए लोकसभा चुनाव के बाद राहुल गांधी ने इस सीट से जीत हासिल की थी, लेकिन रायबरेली की सीट से चुनाव जीतने और उस सीट से उम्मीदवारी बरकरार रखने की वजह से उन्हें वायनाड सीट छोड़नी पड़ी।